Who will become CM of Madhya Pradesh: बीजेपी आलाकमान ने छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और राजस्थान में सीएम के उम्मीदवार के नाम का ऐलान करने में काफी इंतजार कराया. लेकिन पहली बड़ी खबर छत्तीसगढ़ से आ गई है. यहां पर बीजेपी ने विष्णुदेव साय को छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री बना दिया है. विष्णुदेव साय छत्तीसगढ़ के बड़े आदिवासी नेता हैं और पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद रह चुके हैं.
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छत्तीसगढ़ आदिवासी बाहुल्य प्रदेश है. ऐसे में बीजेपी ने छत्तीसगढ़ को आदिवासी सीएम देकर मध्यप्रदेश को लेकर बड़े संकेत दे दिए हैं. राजनीतिक पंडितों ने अभी से अनुमान लगाना शुरू कर दिया है कि यदि छत्तीसगढ़ को आदिवासी सीएम मिल सकता है तो क्या मध्यप्रदेश को ओबीसी सीएम देने की तैयारी बीजेपी कर रही है.
ऐसे अनुमान इसलिए लगाए जा रहे हैं, क्योंकि मध्यप्रदेश में ओबीसी आबादी बहुत बड़े पैमाने पर है. ओबीसी की अधिक संख्या को देखते हुए ही राहुल गांधी ने चुनाव प्रचार के दौरान ये वादा कर दिया था कि कांग्रेस की सरकार आने पर मध्यप्रदेश में जातिगत जनगणना कराएंगे और ओबीसी आरक्षण 27 फीसदी लागू करेंगे. ऐसे में ओबीसी मतदाताओं की संख्या अधिक होने की वजह से क्या बीजेपी मध्यप्रदेश को भी ओबीसी सीएम दे सकती है.
पिछले 20 साल से मध्यप्रदेश को मिल रहा है ओबीसी सीएम
पिछले 20 साल से मध्यप्रदेश में ओबीसी सीएम ही चुनकर आते रहे हैं. 2003 में उमा भारती जो लोधी जाति से आती हैं, वे ओबीसी सीएम बनी थीं. उनके पद छोड़ देने के बाद बाबूलाल गोर मध्यप्रदेश के सीएम बने थे जो ओबीसी जाति से आते हैं. उनके जाने के बाद शिवराज सिंह चौहान को मुख्यमंत्री बनाया गया और 18 साल तक वे मुख्यमंत्री रहे और वे ओबीसी में आने वाली किरार जाति से आते हैं.
उमा भारती से पहले मध्यप्रदेश में क्षत्रिय वर्ग से आने वाले दिग्विजय सिंह मुख्यमंत्री थे जो कांग्रेस के दिग्गज लीडर हैं. इस प्रकार 20 साल से बीजेपी ने मध्यप्रदेश को ओबीसी वर्ग का ही सीएम दिया है. ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि मध्यप्रदेश का अगला मुख्यमंत्री भी ओबीसी वर्ग से हो सकता है.
संभावित उम्मीदवारों में 3 सीएम कैंडिडेट हैं ओबीसी
ज्योतिरादित्य सिंधिया,शिवराज सिंह चौहान, प्रहलाद पटेल, नरेंद्र सिंह तोमर, कैलाश विजयवर्गीय, वीडी शर्मा सहित कुछ अन्य नाम सीएम पद के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं. लेकिन इनमें ओबीसी वर्ग से आने वाले तीन ही नेता हैं. एक हैं शिवराज सिंह चौहान, दूसरे हैं प्रहलाद पटेल जो लोधी जाति से हैं और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी खुद को कुर्मी जाति से होना बताया है. इस प्रकार ये तीन नेता ओबीसी वर्ग से आते हैं. बीजेपी संगठन में भी कुछ चेहरे ओबीसी वर्ग से हैं.
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