MP Election 2023: मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग पूरी हो चुकी है. हिंसा, हंगामा, पथराव, गोलीबारी और हत्या के बीच इस बार का चुनाव संपन्न हुआ है. लेकिन विवाद लगातार जारी हैं. अब कमलनाथ ने आरोप लगाए हैं कि पूरे चुनाव के दौरान पुलिस-प्रशासन की भूमिका संदिग्ध रही है. कमलनाथ का कहना है कि वे अपने कार्यकर्ताओं से अफसरों के कामकाज की पूरी रिपोर्ट तैयार करा रहे हैं. संदिग्ध भूमिका वाले अफसरों को 3 दिसंबर के बाद अच्छे से देखा जाएगा.
ADVERTISEMENT
मतदान के बाद मीडियाकर्मियों से बातचीत में कमलनाथ ने कहा कि वोटिंग के दौरान दिनभर शराब व दूसरी अनैतिक गतिविधियां चलती रहीं और पुलिस-प्रशासन की भूमिका संदिग्ध रही. एक रिपोर्ट हर सीट से तैयार करा रहे हैं कि पुलिस-प्रशासन का रोल नीचे लेकर ऊपर तक क्या रहा है. एक कलेक्टर की भी शिकायत हमारे पास आई है. कमलनाथ का कहना है कि इन सबको 3 दिसंबर के बाद देखा जाएगा.
कमलनाथ लगातार ही आरोप लगा रहे हैं कि पुलिस-प्रशासन के अफसर बीजेपी सरकार के इशारे पर काम कर रहे हैं. इस वजह से पूरे चुनाव में जमकर धांधलेबाजी चली है. कई जगह हिंसा, हंगामा और मारपीट की घटनाएं हुई हैं, जिसके कारण लोगों को दिक्कतें भी आई हैं. हर सीट पर अनैतिक गतिविधियों की जानकारी तैयार की जा रही है, ताकि उचित कार्रवाई कराई जा सके.
कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग में दर्ज कराईं 200 शिकायतें
प्रदेश में 17 नवंबर को हुए मतदान के लिए कांग्रेस पार्टी ने पीसीसी मुख्यालय से कंट्रोल रूम संचालित किया. पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सहित वरिष्ठ नेता एवं अधिवक्ताओं की टीम ने प्रदेश भर से शिकायतों को सुना और अधिकारियों से उचित कार्रवाई करने के लिए संवाद किया. इस दौरान कांग्रेस को 200 से अधिक शिकायतें प्राप्त हुई जिनकी शिकायत निर्वाचन आयोग से की गई. इसके अतिरिक्त कांग्रेस पार्टी ने 15 जघन्य मामलों की शिकायत निर्वाचन आयोग से की है.
ADVERTISEMENT