Jabalpur News: पीसीसी चीफ और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि कांग्रेस अपने चुनावी अभियान का शंखनाथ सोमवार को करने जा रही है. यह शंखनाद होगा जबलपुर के शहीद स्मारक ग्राउंड पर, जहां कांग्रेस के सीनियर लीडर प्रियंका गांधी विशाल जनसभा को संबोधित करेंगी. जबलपुर में कांग्रेस ने प्रियंका गांधी की रैली और विशाल जनसभा कराने की तैयारी की है. कांग्रेस की तरफ से दावा किया जा रहा है कि प्रियंका गांधी की जनसभा में करीब एक लाख लोग जुटेंगे.
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राजनीति के जानकार प्रियंका गांधी के इस दौरे को कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण बता रहे हैं और वहीं बीजेपी की निगाह भी प्रियंका गांधी के इस दौरे पर लगी हुई है. इसकी बहुत बड़ी वजह 2018 का विधानसभा चुनावों का वो परिणाम है, जिसके कारण बीजेपी के हाथ से सत्ता खिसक गई थी और मध्यप्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बन गई थी. ग्वालियर संभाग के बाद जबलपुर संभाग ही है जहां पर बीजेपी को 2018 में और उसके बाद हुए नगरीय निकाय चुनाव में भी कांग्रेस के मुकाबले कम सीटे मिली थीं.
आपको बता दें कि महाकौशल के इस क्षेत्र में कुल 38 विधानसभा सीटे हैं. 2018 के विधानसभा चुनावों में इनमें से 24 सीटें कांग्रेस ने जीती थीं और बीजेपी को यहां से सिर्फ 13 सीटें मिली थीं. एक सीट निर्दलीय उम्मीदवार को मिली थी, वह भी कांग्रेस का ही बागी नेता था. जबकि 2013 में हुए विधानसभा चुनावों में बीजेपी को यहां से 24 सीटें मिली थीं और कांग्रेस के खाते में महज 13 सीटें आईं थीं. यानी 2013 और 2018 के विधानसभा चुनावों में इस क्षेत्र की जनता ने दोनों पार्टियों की राजनीतिक रोटी की अदला-बदली कर दी थी. ऐसे में महाकौशल का यह क्षेत्र दोनों ही पार्टियों के लिए बेहद अहम माना जा रहा है.
कुछ ऐसा रहेगा प्रियंका गांधी का ये दौरा
प्रियंका 12 जून को जबलपुर में मां नर्मदा की पूजा करेंगी. इसके बाद सुबह 11.25 बजे शहीद स्मारक पहुंचकर वहां विशाल जनसभा को संबोधित करेंगी. दोपहर 2 बजे तक प्रियंका गांधी का यह दौरा चलेगा. एक लाख लोगों के जुटने की संभावना के चलते यहां पर पुलिस-प्रशासन ने भी सुरक्षा के काफी पुख्ता इंतजाम किए हैं.
प्रियंका गांधी ने चुनावी शंखनाद के लिए जबलपुर ही क्यों चुना?
पहला कारण- राजनीति के जानकार बताते हैं कि 2018 के ही विधानसभा चुनावों में यहां की जनता ने कांग्रेस पर बीजेपी की तुलना में अधिक भरोसा जताया था.
दूसरा कारण– राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा मध्यप्रदेश के निमाड़ और मालवा क्षेत्र से होकर ही गुजर गई थी लेकिन महाकौशल अछूता रह गया था, तो ऐसे में प्रियंका गांधी को जबलपुर में लाकर कांग्रेस इस कमी को भी पूरा करना चाह रही है.
तीसरा कारण– सबसे अहम कारण खुद पीसीसी चीफ कमलनाथ हैं, क्योंकि उनका गृह जिला छिंदवाड़ा भी महाकौशल में ही आता है और छिंदवाड़ा की सभी 7 सीटों को कांग्रेस से छीनने के लिए बीजेपी ने अपने केंद्रीय मंत्रियों से लेकर पूरी स्टेट कैबिनेट को उतार रखा है. ऐसे में प्रियंका गांधी के इस दौरे से कांग्रेस महाकौशल क्षेत्र में बीजेपी को जबरदस्त काउंटर देने की प्लानिंग कर चुकी है.
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