Indore Temple Collapse: रामनवमी के दिन इंदौर की एक बावड़ी की छत धंस गई, जिससे 36 लोगों की मौत हो गई. इस हादसे के बाद सीएम शिवराज ने खुली बावड़ी, खुले बोरवेल और कुओं को लेकर कड़े दिशा-निर्देश जारी किए हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बावड़ियों, कुएं और खुले बोर के सबंध में कहा कि इंदौर में हुई हृदय विदारक घटना में निर्दोष लोगों की जान गई है. भविष्य में इंदौर जैसी घटना फिर कभी न हो, उसे रोकने के सभी उपाय कीजिए.
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सीएम शिवराज ने कहा- “प्रदेश के हर जिले में ऐसे कुएं और बावड़ियों को चिन्हित किया जाए, जिन्हें कवर्ड किया गया है. गंभीरता के साथ सूची बना लें, कि पुराने कुएं, बाबड़ी कहां. कहां थे. आबादी वाले क्षेत्रों की चिंता करें.”
मुख्यमंत्री ने कहा कि खुले हुए बोर की भी सूची बनाएं. कहीं खुले तो नहीं है. प्राइवेट हो या सरकारी सबकी सूची तैयार करें. यदि खुले बोर मिले तो तत्काल कार्रवाई करें. कुएं बावड़ियों में ऐसी व्यवस्था करें ताकि कोई घटना न हो, चिन्हित करें. गंभीरता के साथ सूची बना लें, कि पुराने कुएं, बाबड़ी कहां- कहां थे. प्राइवेट हो या सरकारी सबकी सूची तैयार करें. यदि खुले बोर मिले तो तत्काल कार्रवाई करें.
रामनवमी को हुआ बड़ा हादसा, 36 लोगों की मौत
बता दें कि इंदौर में रामनवमी के मौके पर बावड़ी हादसे में 36 लोगों की मौत हो गई. वहीं, 18 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया. रेस्क्यू ऑपरेशन में कुल 140 लोगों की टीम जुटी रही. इस घटना के बाद इंदौर में हाहाकार मच गया, पूरा शहर में मातम रहा. रामनवमी के मौके पर इंदौर के पटेल नगर में श्री बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में पूजा के दौरान बावड़ी की छत धंसने से दर्दनाक हादसा हो गया था. जिसमें बड़ी संख्या में लोग बावड़ी में नीचे गिर गए थे. इसके बाद रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया. शुरुआत में 14 लोगों की मौत की खबर सामने आई थी. अब मरने वालों की संख्या 36 तक पहुंच चुकी है.
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