Crime News: मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के पचोर थाना क्षेत्र में अपहरण के बाद व्यापारी की हत्या का मामला सामने आने से सनसनी फैल गई. व्यापारी राधेश्याम गुप्ता को पहले अगवाह किया गया था और फिर उनकी हत्या. इससे पहले किडनैपिंग की धमकी देकर आरोपियों द्वारा 25 लाख रुपये की फिरौती की मांग भी की जा रही थी. इसके बाद आरोपियों ने फिल्मी स्टाइल में अपहरण के बाद हत्या की वारदात को अंजाम दिया. हत्या और अपहरण के इस मामले में पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आयी है. शहरवासी टीआई को हटाने की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं.
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राधेश्याम गुप्ता के बेटे राजेश और नीरज ने थाने पचोर में इस मामले की शिकायत भी दर्ज कराने गये थे, लेकिन पुलिस प्रशासन ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया. बल्कि जिस नंबर से धमकी भरे फोन आ रहे थे उस नंबर को ब्लॉक करने की राय देकर मामले को चलता कर दिया. जिसके बाद में आरोपियों ने अपनी धमकी को अंजाम दे दिया और व्यापारी राधेश्याम गुप्ता की हत्या कर दी.
पुलिस की लापरवाही आई सामने
3 महीने पहले व्यापारी राधेश्याम गुप्ता को इस तरह की धमकी मिलना शुरू हुई थी. इस मामले की शिकायत की गई, लेकिन पुलिस ने लापरवाही की और मामले को चलता कर दिया. शुक्रवार शाम राधेश्याम गुप्ता देहरी बामन जोड़ के कॉन्वेंट स्कूल के समीप स्कूटी से आ रहे थे, बदमाशों ने उन्हें स्कॉर्पियो गाड़ी से उन्हें रोककर फिल्मी स्टाइल में उनका अपहरण कर लिया. इसके बाद उनकी हत्या कर शव को राजगढ़ जिले के लीमा चौहान थाना क्षेत्र के अंतर्गत सड़क किनारे फेंक गए.
आरोपियों पर हुआ एक्शन
जब पुलिस प्रशासन को राधेश्याम गुप्ता का शव लीमा चौहान थाना क्षेत्र में सड़क किनारे पड़े होने की सूचना मिली तब पुलिस ने अपनी पड़ताल शुरू की. फिलहाल मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों आकाश नायक, विकास रुहेला और राकेश सेन को गिरफ्तार कर लिया है. मामले में दो आरोपी अभी फरार बताए जा रहे हैं. जानकारी के अनुसार, राकेश के साथ अपहरण और हत्या के मामले में उसका साथी मोहित शर्मा, और आकाश नायक भी मौजूद थे. पुलिस ने आरोपियों के घर पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई की है.
टीआई को हटाने की उठी मांग
हत्या और अपहरण के इस मामले में पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आयी है. पूरे मामले को लेकर व्यापारियों और शहरवासियों में बड़ा गुस्सा है. जिसके बाद में सभी व्यापारियों और बीजेपी कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के विधायकों और जनप्रतिनिधियों ने पचोर थाने के सामने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया और इस मामले को लेकर पुलिस के सुस्त रवैया पर हंगामा किया और मामले में लापरवाही बरतने वाले पचोर थाने के टीआई डीपी लोहिया को हटाने की मांग के साथ आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चलाने को लेकर अड़े रहे. जिसके बाद में प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी के घरों पर बुलडोजर चलाया.
इस मामले में अचानक से राजनीति भी शुरू हो गई. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी के नेता पूरे मामले में लापरवाही बरतने वाले टीआई डीपी लोहिया को बचाने में लगे हुए हैं. जिसके बाद मौके पर एडिशनल एसपी राजगढ़ से पचोर आए और धरना प्रदर्शन को खत्म कराया.
व्यापारी की दुकान में काम करता था आरोपी
आपको बता दें व्यापारी राधेश्याम गुप्ता का अपहरण कर हत्या करने वाला कोई और नहीं, बल्कि उन्हीं की किराना दुकान पर काम करने वाला एक मुलाजिम था. आरोपी का नाम राकेश सेन बताया जा रहा है. जानकारी ये भी सामने आई है कि, पिछले दिनों राधेश्याम गुप्ता ने राकेश को काम में मनमानी करने की वजह से निकाल दिया था. इसी बात से आक्रोशित आरोपी ने अपने साथियों के साथ मिलकर राधेश्याम गुप्ता का अहरण कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया.
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