Organ Donation: IAS का सपना देखने वाले युवक ने जाते-जाते बचाई 7 जिंदगियां, ये है पूरी कहानी

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24 वर्षीय विशाल मोयदे
24 वर्षीय विशाल मोयदे
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Organ Donation: मध्य प्रदेश के खरगोन में मां ने कलेजे पर पत्थर रख कर ब्रेन डेड बेटे की आखिरी इच्छा पति को बताई और पति-पत्नी ने बेटे के सात अंग कर दान कर दिए. वडोदरा में सुपर कॉरिडोर बनाकर डॉक्टरों की टीम ने सात महत्वपूर्ण अंग अहमदाबाद, मुंबई और चेन्नई के बड़े अस्पताल को पहुंचाएं. ग्रामीणों को माता-पिता का त्याग और बेटे के साहस की सूचना मिली तो बड़ी संख्या में गांव के लोग उनसे मिलने गांव पहुंच गए. अब हर कोई बेटे और उसके माता पिता की तारीफ करते नहीं थक रहा है. 

क्या है पूरा मामला?

दरअसल खरगोन जिला मुख्यालय से करीब 40 किलोमीटर दूर कसरावद तहसील के छोटे से गांव सांगवी के मोयदे परिवार ने ब्रेन डेड बेटे के एक नहीं सात अंग दान कर दिए हैं. ग्रेजुशन के बाद 24 वर्षीय विशाल मोयदे के ख्वाब बड़े थे. यूपीएससी की तैयारी कर रहा था. विशाल का सपना था कि वो कलेक्टर बने. 2018 में खरगोन शहर के खंडवा रोड स्थित शासकीय बालक हायर सेकेंडरी स्कूल क्रमांक 2 में B.Ed का पर्चा हल करने के दौरान विशाल के सिर पर अचानक दर्द हुआ और वह बेहोश हो गया. 

उसे तत्काल जिला अस्पताल पहुंचाया गया ज्यादा समस्या होने पर इंदौर ले जाया गया. यहां से गुजरात के बड़ौदा में ज़ाइडस अस्पताल में भर्ती कराया गया. यहां पता चला कि विशाल के सिर पर नसों का एक गुच्छा बन गया है. इसके बाद से विशाल का लगातार इलाज जारी रहा. लगातार बीमार रहने के चलते विशाल ने अपने मन की बात अपनी मां सुशीला मोहित को बताई और कहा मेरा जीवन अगर अंतिम क्षण में आ जाए तो मेरे शरीर के अंगों को गरीबों जरूरतमंदों को दान कर देना.

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हालत में नहीं हुआ सुधार तो किया अंग दान का फैसला

जब लगातार विशाल के स्वास्थ्य में सुधार नहीं नजर आया और डॉक्टर ने ब्रेन डेड घोषित कर दिया. तो सुशीला बाई ने अपने बेटे विशाल की इच्छा उनके शिक्षक पति अम्बाराम मोयदे को बताई. विशाल के माता-पिता ने साहस का काम किया और अपने बेटे की इच्छा डॉक्टर को बताइ. अहमदाबाद के डॉक्टर ने पहले तो कहा आप अपने परिवार में किसी जरूरतमंद को अंगदान कर सकते हैं. लेकिन, जब कोई नहीं मिला तो डॉक्टर की टीम ने ऑनलाइन वेटिंग लिस्ट पर काम शुरू किया.

इन अस्पतालों को भेजे अंग

विशाल के माता-पिता की इच्छा अनुसार बड़ोदरा में सुपर कॉरिडोर तैयार किया गया. डॉक्टरों की टीम ने सात अंक विशाल के शरीर से लिए हैं. जिनमें लिवर, हार्ट, हाथ, दोनों फेफड़ों और दोनों किडनी दान की गई. किडनी जिडस हॉस्पिटल अहमदाबाद, लंग्स केडी हॉस्पिटल अहमदाबाद, हार्ट रिलायंस हॉस्पिटल मुम्बई, छोटी आंत एमजीएम हॉस्पिटल चेन्नई, लिवर किरण होस्पिटल सूरत भेजे गए. 

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अंगों की पूजा भी की माता-पिता 

वडोदरा में अपने बेटे के अंगदान करने के दौरान विशाल की मां सुशीला और उनके पिता अंबाराम ने बेटे के अंगों की पूजा भी की और उन्हें डॉक्टर को सुपर कॉरिडोर के माध्यम से भेजने का अनुरोध भी किया. 

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