महाशिवरात्रि पर देवास में अनोखी शिव बारात, भूत पिशाच के साथ दूल्हा बनकर निकले भोलेनाथ
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Mahashivratri Dewas: महाशिवरात्रि का उत्सव देश में धूमधाम से मनाया गया. इस दौरान शिव भक्तों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला. जगह-जगह पर शिव बारात और झांकियां निकाली गईं. देवास में भगवान भोलेनाथ की अनोखी बारात निकाली गई. इसका नजारा देखकर हर कोई आनंद से भर गया. इस बारात को देखकर हर किसी को शिव-गौरा विवाह का साक्षी होने जैसी अनुभूति हो रही थी. बारात में शिव दूल्हा की तरह बैठे थे तो दूसरे देवता बाराती बने हुए नाच रहे थे.
देवास में शिव बारात का जोरदार मंचन किया गया. इसमें कई झांकियां शामिल थी. बारात का मुख्य आकर्षण नेपाल से अयोध्या लाई गई शालिग्राम शिला की झांकी थी. इसके अलावा आदिवासी नृत्य, महाराष्ट्र के ढोल, बैरसिया आर्ट और रामसेतु की झांकियां भी बारात में चार चांद लगा रही थीं. सयाजी द्वार से शुरू शिव बारात शहर के प्रमुख मार्गों से निकली. इस बारात का जगह-जगह पुष्प वर्षा कर जोरदार स्वागत किया गया.
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दूल्हा भोलेनाथ के आगे थे बाराती
बारात में कई कलाकार शामिल थे, जिन्होंने शिव बारात में मंचन किया. दूल्हा बनकर निकले शिवजी के आगे भगवान कृष्ण,हनुमान और विष्णु के भेष में कलाकार चल रहे थे. बारात में राधा कृष्ण और अघोरी नृत्य भी किया गया. कुछ कलाकार भूत-पिशाचों के भेष में थे. राख उड़ाकर भस्मारती की तरह भी मंचन किया गया. बारात में सबसे आगे झाबुआ के वनवासी युवक-युवती पारंपरिक नृत्य करते हुए जा रहे थे, तो पीछे महाराष्ट्र की ढोल पार्टी रौनक बढ़ा रही थी. इसमें कई इलाकों के कलाकारों ने भाग लिया.
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पुष्प वर्षा कर किया स्वागत
भोलेनाथ की अनोखी बारात नमो नमो संस्था की अगुवाई में निकाली गई. शहर में जगह-जगह पर पुष्पवर्षा कर बारात का स्वागत किया गया. ये देवास में शिव बारात का 10वा वर्ष है. बारात शुरू होने से पहले सयाजी द्वार के सामने संस्था नमो नमो के संस्थापक राजेश यादव, संस्था संरक्षक और देवास सांसद महेन्द्र सिंह सोलंकी, भाजपा जिला अध्यक्ष राजीव खण्डेलवाल के अलावा और भी जनप्रतिनिधियों ने सभी समाजप्रमुखों का सम्मान किया.
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