कोल इंडिया सिंगरौली और नोएडा में CBI के छापे से मची खलबली, इतना मिला कैश कि अफसर हैरान

हरिओम सिंह

ADVERTISEMENT

CBI Raid: सिंगरौली में सीबीआई ने Coal India के नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड ( NCL) और नोएडा के अधिकारियों और सप्लायर के ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की. एक साथ हुई सीबीआई की इस रेड से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया.

social share
google news

CBI Raids in Coal India: सिंगरौली में सीबीआई ने Coal India के नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड ( NCL) और नोएडा के अधिकारियों और सप्लायर के ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की. एक साथ हुई सीबीआई की इस रेड से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया. छापे में सीबीआई को इतना कैश मिला है कि गिनती करने में उनके पसीने छूट गए. सीबीआई ने एनसीएल के प्रबंधक (सचिवालय) के घर तलाशी के दौरान 3.85 करोड़ रुपये नकद बरामद किए. 

सीबीआई ने एनसीएल के प्रबंधक (सचिवालय) और सीएमडी के निजी सचिव सूबेदार ओझा को गिरफ्तार किया है. यह राशि कथित तौर पर एनसीएल, सिंगरौली में उनके संचालन के लिए कई ठेकेदारों और अधिकारियों से उनके पक्ष में एकत्र की गई थी. सीबीआई ने सिंगरौली स्थित मेसर्स संगम इंजीनियरिंग के बिचौलिए और मालिक रविशंकर सिंह को भी गिरफ्तार किया है, जो कथित तौर पर विभिन्न ठेकेदारों/व्यापारियों और नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के कई अधिकारियों के बीच बिचौलिये के रूप में काम कर रहा था और नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के इन अधिकारियों को रिश्वत पहुंचाने और उन्हें सुविधा प्रदान कर रहा था.

जबलपुर में गिरफ्तार हुआ सीबीआई का डिप्टी SP

दरअसल, सिंगरौली स्थित मेसर्स संगम इंजीनियरिंग के रविशंकर सिंह के सहयोगी दिवेश सिंह को सीबीआई में जॉय जोसेफ दामले, उप पुलिस अधीक्षक, एसीबी, सीबीआई, जबलपुर को 5 लाख रुपये की रिश्वत देते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया. वह अपने खिलाफ लंबित शिकायतों/जांच के मामलों में अनुकूल रिपोर्ट चाहता था, इसलिए डीएसपी को रिश्वत दे रहा था. रविशंकर सिंह और उनके सहयोगी एनसीएल के अधिकारियों और जेजे दामले के बीच बिचौलिए के रूप में काम कर रहे थे, उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया है.

ये भी पढ़ें: डिप्टी CM जगदीश देवड़ा ने तलवार के साथ दिखाए ऐसे करतब कि देखकर हैरान रह गए लोग, VIDEO वायरल

सीबीआई जबलपुर के डिप्टी एसपी को भी दी गई थी रिश्वत

आरोप है कि 16 अगस्त को रविशंकर सिंह के निर्देश पर रवि सिंह के कर्मचारी अजय वर्मा ने लेफ्टिनेंट कर्नल बसंत कुमार सिंह (सेवानिवृत्त), मुख्य प्रबंधक (प्रशासन), एनसीएल, सिंगरौली से 5 लाख रुपये का अनुचित लाभ प्राप्त किया था. रिश्वत की रकम कथित तौर पर सूबेदार ओझा द्वारा भेजी गई थी और 17 अगस्त को रविशंकर सिंह ने दिवेश सिंह को यह रकम एसीबी जबलपुर, सीबीआई के डिप्टी एसपी जेजे दामले तक पहुंचाने का निर्देश दिया था. यहीं से मामला खुल गया और सीबीआई ने छापे की कार्रवाई की.

ADVERTISEMENT

ADVERTISEMENT

सिंगरौली, जबलपुर और नोएडा में कई स्थानों पर तलाशी ली गई. तलाशी के दौरान भारी मात्रा में नकदी, डिजिटल डिवाइस और कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए हैं।

इन पर दर्ज हुआ केस

इससे पहले, पीसी एक्ट (जैसा कि 2018 में संशोधित) और आईपीसी की धाराओं में केस रविशंकर सिंह, मेसर्स संगम इंजीनियरिंग, सिंगरौली के निदेशक के खिलाफ केस दर्ज किया गया था. लेफ्टिनेंट कर्नल बसंत कुमार सिंह (सेवानिवृत्त), प्रबंधक (प्रशासन), एनसीएल, सूबेदार ओझा, प्रबंधक (सचिवालय), एनसीएल, दिवेश सिंह, निजी व्यक्ति (रविशंकर सिंह के सहयोगी) और जॉय जोसेफ दामले, डिप्टी एसपी, सीबीआई पर केस दर्ज किया गया है.

ADVERTISEMENT

ये भी पढ़ें: बहन के लिए अग्निवीर बना लुटेरा, 50 लाख लूटने के बाद पुलिस को बताई हैरान करने वाली कहानी!

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT