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MP से पहले बने नौसेना प्रमुख और अब उपेंद्र द्विवेदी नए आर्मी चीफ, क्या है दोनों अफसरों का कनेक्शन?

विजय कुमार

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New Army Chief Upendra Dwivedi: मध्य प्रदेश के रीवा से निकले लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी देश के नए सेना प्रमुख होंगे. वो मौजूदा सेनाध्यक्ष जनरल मनोज सी पांडे की जगह लेंगे, जो कि 30 जून को रिटायर होंगे. इससे पहले नौसेना की कमान दिनेश त्रिपाठी को दी गई थी, अब देश की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालने वाले नौ सेना चीफ और आर्मी चीफ का कनेक्शन रीवा से है.

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New Army Chief Upendra Dwivedi: मध्य प्रदेश के रीवा से निकले लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी देश के नए सेना प्रमुख होंगे. वो मौजूदा सेनाध्यक्ष जनरल मनोज सी पांडे की जगह लेंगे, जो कि 30 जून को रिटायर होंगे. रक्षा मंत्रालय ने जानकारी देते हुए बताया कि लेफ्टिनेंट जनरल पांडे 30 जून की दोपहर को सेना प्रमुख का पद संभालेंगे. रीवा और मध्य प्रदेश के नाम अब दो-दो उपलब्धियां जुड़ गई हैं, पहले नौसेना की कमान रीवा के सैनिक स्कूल से पढ़े दिनेश त्रिपाठी को दी गई और अब उपेंद्र द्विवेदी सेना प्रमुख का पद दिया गया.

देश की सेवा में विंध्य के कई सपूतों ने अपना विशेष योगदान देकर विंध्य का मान बढ़ाया है. इस समय देश के दो प्रमुख थल और जल सेना की कमान विन्ध्य के सपूतों के हाथों में है. पहले जल सेना की कमान एडमिरल दिनेश त्रिपाठी को दी गई, उसके कुछ दिन बाद ही खबर आई कि भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट जनरल उपेंन्द्र द्विवेदी देश के नए आर्मी चीफ होंगे. 30 जून को जनरल मनोज सी पांडेय की जगह लेंगे. 30 जून को वर्तमान आर्मी चीफ जनरल मनोज पांडेय का कार्यकाल खत्म हो रहा है.

दिनेश त्रिपाठी और उपेंद्र द्विवेदी क्लासमेट रहे 

यहां आपको बता दें कि रीवा के वीर सपूत लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी और सतना जिले के दिनेश कुमार त्रिपाठी रीवा सैनिक स्कूल में क्लासमेट रहे हैं. उन्हें 30 अप्रैल को नौ सेना प्रमुख बनाया गया था. दोनों ने 1973 से 1981 तक एक साथ सैनिक स्कूल में 5वीं से 12वीं तक पढ़ाई की थी. इसके बाद दिनेश त्रिपाठी नौसेना में गए और उपेंद्र द्विवेदी थल सेना में भर्ती हो गए थे.

रीवा के रहने वाले हैं उपेंद्र द्विवेदी

लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी मूलत: रीवा जिले के रहने वाले हैं और सैनिक स्कूल रीवा के छात्र रहे हैं. लेफ्टिनेंट जनरल ने लंबे समय तक जम्मू कश्मीर में सेवाएं दी हैं. इसी साल 19 फरवरी को उपेन्द्र द्विवेदी ने थल सेना के उप प्रमुख का पदभार ग्रहण किया था. इसके बाद लेफ्टिनेंट जनरल को मिली इस उपलब्धि विंध्य के लिए गर्व का विषय है. श्याम शाह मेडिकल कालेज रीवा के पूर्व डीन डॉ. पीसी द्विवेदी ने बताया कि लेफ्टिनेंट जनरल की प्रारंभिक शिक्षा अंबिकापुर छत्तीसगढ़ में हुई, पांचवी के बाद इन्होनें सैनिक स्कूल में दाखिला लिया और वर्ष 1981 में पास आउट हुये. 

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कैरियर में दर्ज हैं ये खास उपलब्धियां

लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी को कई विशेष उपलब्धियों से नवाजा गया है. जम्मू एवं काश्मीर रायफल्स के कमांडिंग ऑफिसर रह चुके हैं. इंस्पेक्टर जनरल असम राइफल्स मणिपुर, अतिरिक्त डायरेक्टर जनरल सेना मुख्यालय, यूनाइटेड नेशन्स के साथ सोमालिया अफ्रीका में भी भारतीय सेना का प्रतिनिधित्व किया. यूएस आर्मी बार कालेज वाशिंगटन अमेरिका से विशेष प्रशिक्षण प्राप्त किया है. सेशेल्स देश के सैन्य सलाहकार के पद मे भी कार्य कर चुके हैं. नवंबर 2021 में भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी को अति विशिष्ट सेवा सम्मान से राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा सम्मानित किया गया है.

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लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी की इस उपलब्धि पर सैनिक स्कूल रीवा गौरवान्वित महसूस कर रहा है. पुरा छात्र डॉ अमित तिवारी, डाॅ अतुल सिंह, आनंद सिंह सहित सेनोवा के सदस्यों ने खुशी जाहिर की है.

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आर्मी चीफ पर जब लगा 50 पैसे के लिए झूठ बोलने का आरोप

देश के सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र दिवेदी के बड़े भाई डॉ पीसी दिवेदी ने एक दिलचस्प किस्सा सुनाते हुए बताया कि "दशकों पहले उपेंद्र दिवेदी पर 50 पैसे के लिए झूठ बोलने का आरोप लगा था. पिता को इस बात का गर्व था कि मेरा बेटा झूठ नहीं बोलता. इसी वजह से दुकानदार के पास पैसे का हिसाब पूछने पहुंच गए थे. दरअसल, पिता ने कुछ किराना खरीदने के लिए रुपए देकर उपेंद्र को भेजा. समान और बचे हुए पैसे लेकर उपेंद्र घर आए तो उसमे 50 पैसे कम थे."

"इस बात पर पिता दुकानदार के पास गए और जब पूछे की पैसे कम थे तो दुकानदार ने ये कह दिया की मैंने पूरे दिए थे आपके बेटे ने झूठ बोला है. इस बात पर उपेंद्र के पिता को पूरा भरोसा मेरा बेटा झूठ नही बोलता. लिहाजा वह अपनी बात पर अडिग रहे. उपेंद्र को सेना में भेजने की इच्छा पिता की थी."

सैनिक स्कूल को है गर्व

सैनिक स्कूल रीवा प्राचार्य कर्नल अविनाश रावल ने बताया की सैनिक स्कूल का पूरा परिवार गर्व महसूस कर रहा है कि लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र दिवेदी यहां के पुराने छात्र हैं. कुछ दिनों पहले ही डायमंड जुबली के मौके पर स्कूल में दौरा हुआ था, उन्होंने स्कूल के प्रवेश द्वार का लोकार्पण किया और अपने अनुभव साझा किए थे. उन्होंने हाल ही में एक टारपीडो भी दिया है, यह एक इकलौता स्कूल है, जहां टारपीडो है.

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