Bhopal: इस वजह से खत्म हो गया था पूरा परिवार, SIT की जांच में हुआ बड़ा खुलासा
ADVERTISEMENT
Bhopal Suicide Case: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पिछले महीने हुए एक सुसाइड केस ने पूरे प्रदेश को हिलाकर रख दिया था. राजधानी के रातीबड़ इलाके में 12 जुलाई की रात भूपेंद्र विश्वकर्मा ने अपने दो बच्चों और पत्नी के साथ सामूहिक रूप से आत्महत्या कर ली थी. इस मामले की जांच सरकार ने भोपाल पुलिस की एसआईटी को सौंपी थी, जिसने बड़ा खुलासा किया है और इस सिलसिले में 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
दरअसल, मामले की गंभीरता को देखते हुए सरकार ने इसकी जांच के लिए एसआईटी का गठन किया था. जांच के दौरान एसआईटी ने पाया कि मृतक भूपेंद्र के खाते से भोपाल के एक निजी बैंक खाते में 95 हज़ार रुपये ट्रांसफर हुए थे. बस यहीं से पुलिस को पहला सुराग मिला. जानकारी निकली गई तो यह भोपाल की अमायरा ट्रेडर्स नाम की फर्म का करंट अकाउंट निकला. इसका खाताधारक शारिक बेग नाम का शख्स था जिसने अरशद बेग के साथ मिलकर खाता खुलवाया था.
खाते खोलकर जालसाजों को सौंप देता था केस
इन्होने यह काम उबेस खान नाम के शख्स के कहने पर किया था जो एक पार्टी से खाता खुलवाकर जालसाज़ों को देने का काम करता था. इसके अलावा पुलिस ने राजस्थान से शाज़ी नाम के शख्स को गिरफ्तार किया था, जो मूलतः भोपाल का रहने वाला है. इसके अलावा एसआईटी ने निजी बैंक के कर्मचारी फरहान को भी गिरफ्तार किया है, जिसने गलत तरीके से अमायरा ट्रेडर्स का करंट अकाउंट ओपन किया था.
ADVERTISEMENT
आरोपी के खातों में करोड़ों का लेन-देन
पुलिस के मुताबिक, जिस अमायरा ट्रेडर्स के खाते में भूपेंद्र ने रुपए ट्रांसफर किए थे उसमे करोड़ों रूपये का लेन-देन होता था. यही नहीं आरोपियों के बैंक खातों में भी कमीशन के 1 लाख 80 हज़ार रूपये ट्रांसफर हुए थे. इन सभी कड़ियों को जोड़ते हुए ही पुलिस आरोपियों तक तो पहुंच गई, लेकिन जिस शख्स ने कमीशन के रुपए आरोपियों को दिए तहत वह फ़िलहाल पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. एसआईटी ने जांच में पाया की मृतक भूपेंद्र को रिकवरी के लिए जो कॉल आ रहे थे. वह देश के अलग-अलग शहरों के अलावा पाकिस्तान के पाए गए हैं. हालांकि इस बात की संभावना है कि यह कॉल्स इंटरनेशनल कालिंग कार्ड के ज़रिये किए गए हों.
ये भी पढ़ें: भोपाल में दंपति ने बच्चों समेत क्यों उठाया ऐसा खौफनाक कदम, पढ़ें 4 पेज का सुसाइड नोट
ADVERTISEMENT