Kota Kidnap: कोचिंग छात्रा की किडनैपिंग केस में चौंकाने वाला खुलासा, इंदौर से युवक गिरफ्तार

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कोटा किडनैप केस में बड़ा खुलासा.
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Kota Student Kidnap Case: मध्य प्रदेश के शिवपुरी एमपी से कोचिंग करने कोटा गई छात्रा के मामले में पुलिस ने बुधवार को बड़ा खुलासा किया है. कोटा सिटी एसपी अमृता दुहन ने मामले में अभी तक हुई छानबीन के आधार पर बताया कि कोटा से छात्रा किडनैप नहीं हुई थी. पुलिस ने दावा किया कि छात्रा ने दोस्तों के साथ मिलकर खुद को किडनैप कराने की साजिश रची. पुलिस के अनुसार, विदेश में पढ़ने के लिए छात्रा ने दोस्तों के साथ यह साजिश की थी. दरअसल, कोटा पुलिस ने इंदौर में उसके एक दोस्त को पकड़ लिया है, जो इस मामले में शामिल था. उसने पुलिस को हैरान करने वाली जानकारी दी है. 

कोटा सिटी एसपी अमृता दुहन ने बताया कि पूछताछ में छात्रा के दोस्त ने बताया कि रस्सी से हाथ-पांव बंधे जो छात्रा की तस्वीर भेजी गई थी वो उस मकान में ही क्लिक की गई थी जहां से छात्र पकड़ा गया है. उस मकान के किचन में छात्रा के हाथ-पांव बांधकर तस्वीर क्लिक की गई थी. ये सब छात्रा की सहमति के साथ हुआ था. फिलहाल छात्रा अपने दूसरे फ्रेंड के साथ है जो छात्रा के पिता के फोन पर कॉल कर फिरौती मांग रहा है. 

विदेश जाने के लिए की थी 30 लाख की डिमांड

पुलिस का दावा है कि जो कहानी सामने आई है उसमें छात्रा को किसी प्रकार की कोई हानि नहीं पहुंची है बल्कि वो अपने दोस्त के साथ ही है. किडनैपिंग की कहानी गढ़ने में शामिल एक दोस्त पकड़ा गया है जिसने बताया कि वे तीनों विदेश जाकर पढ़ना चाह रहे थे. उन्हें यहां अपना फ्यूचर समझ में नहीं आ रहा था इसलिए ये ड्रामा रचा गया. पुलिस ने छात्रा और उसके दोस्त से अपील की है कि वे घर चले आएं. 

पिता समझ रहे थे बेटी कोटा में है, वो थी इंदौर में

पुलिस जांच में सामने आया कि छात्रा कोटा में पढ़ती नहीं थी और न ही वो यहां किसी हॉस्टल या पीजी में रहती थी. वहीं, छात्रा के पिता का कहना है कि वो बीते साल अगस्त में कोचिंग करने के लिए कोटा आई थी. डॉ. अमृता दुहन ने बताया कि छात्रा कोचिंग में एडमिशन के लिए कोटा जरूर आई थी और यहां 4-5 दिन रुकी भी थी पर यहां से वो इंदौर चली गई. फिर वो नहीं आई. 

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पिता को दूसरे नंबर से भेजती थी कोचिंग की अटेंडेंस

कोटा सिटी एसपी डॉ. अमृता दुहन ने बताया कि छात्रा कोटा में पढ़ने के संबंध में पिता को रोज एक मैसेज भेज रही थी. इसमें कोचिंग के अटेंडेंस का मैसेज था. साथ ही टेस्ट में नंबर आने का मैसेज भी उसके पिता को दिया जा रहा था. इसके चलते उसके पिता यह समझ रहे थे कि ये बेटी के कोचिंग संस्थान से मैसेज मिल रहा है जबकि छात्रा ही दूसरे नंबर से अपने पिता को ये जानकारी दे रही थी. छात्रा के अपहरण की बनावटी स्क्रिप्ट छात्र के साथी के रूम की किचन में लिखी गई थी. 

इंदौर से पकड़ में आए छात्रा के दोस्त ने बताई पूरी कहानी

कोटा एसपी अमृता दुहन ने बताया कि इस पूरे मामले में छात्रा के एक साथी को कोटा पुलिस ने इंदौर से डिटेन कर लिया है. पूछताछ में छात्रा के साथी ने बताया है कि छात्रा अपने साथी के साथ विदेश जाना चाहती थी, इसीलिए इस पूरी कहानी को बनाया गया और परिजनों से 30 लाख रुपए की मांग भी की गई. एसपी अमृता दुहन ने छात्रा और उसके साथी से अपील की है कि वह जहां भी हैं परिवारजन और पुलिस से संपर्क करें पुलिस और परिजन उनका सहयोग करेंगे. 

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सिंधिया ने सीएम भजनलाल से की बात

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से फोन पर बात की और इस मामले में त्वरित कार्रवाई का आग्रह किया है. बता दें कि मध्य प्रदेश के शिवपुरी निवासी 21 वर्षीय छात्रा को उसके पिता के मोबाइल पर अज्ञात व्यक्ति ने फोटो भेजा जिसमें बेटी के हाथ-पैर और मुंह बंधे हुए थे. साथ ही बेटी के अकाउंट नंबर पर ही 30 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई थी. 

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इनपुट- कोटा से चेतन गुर्जर

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