MPPSC-2021 Result: पहले मां को खोया, फिर सिर से उठा पिता का साया...गांव में पले प्रियंक कैसे बने डिप्टी कलेक्टर?

राहुल जैन

ADVERTISEMENT

mptak
social share
google news

MPPSC-2021 Result: MPPSC का रिजल्ट सामने आ गया है. जिसके बाद से अशोकनगर जिले के बहादुरपुर कस्बे के प्रियंक मिश्रा का नाम सुर्खियों में हैं. प्रियंक का चयन मध्य प्रदेश लोकसेवा आयोग के डिप्टी कलेक्टर पद पर हुआ है. उन्हें मध्यप्रदेश में पांचवा स्थान मिला है. प्रियंक अपनी सफलता का श्रेय अपने स्वर्गीय माता–पिता से मिले संस्कारों व उनके आर्दशों को देते हैं. 

प्रियंक एक मध्यम वर्गीय परिवार से आते हैं. उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा बहादुरपुर के एक निजी विद्यालय से ली है. इसके बाद संस्कृत विद्यालय में पढ़ाई के लिए वह भोपाल चले गए थे. स्नातक उपाधि के लिए उनका चयन जेएनयू नई दिल्ली में हुआ. वह बीते 4-5 सालों से लोकसेवा आयोग की परीक्षाओं में मेहनत कर रहे थे, कड़े प्रयासों के बाद उन्हें अब सफलता मिली है.

ये भी पढ़ें: पोस्ट ऑफिस एजेंट की बेटी बनी डिप्टी कलेक्टर, कैसे किया ये कमाल? ये है Success Mantra

टॉप-5 में कैसे बनाई जगह? 

प्रियंक इससे पहले लोकसेवा आयोग की परीक्षा उत्तीर्ण कर सहकारिता निरीक्षक के पद पर भी चयनित हो चुके हैं. 28 साल के प्रियंक ने 916.25 अंक हासिल कर टॉप-5 की लिस्ट में जगह बनाई है. 

ADVERTISEMENT

मां-पिता को खोने के बाद बने अफसर

प्रियंक पांच भाई-बहन हैं.  प्रियंक की मां चंद्रकला मिश्रा का स्वर्गवास 14 साल पहले हो गया था. दो साल पहले पिता मोहन मिश्रा का देहांत हो चुका है. इतनी विषम परिस्थितियों के बाद भी प्रियंक ने मेहनत कर जो सफलता हासिल की है उसकी तारीफ पूरे मध्यप्रदेश सहित अशोकनगर जिले में हो रही है.

बहन-भाई भी हैं अफसर

आपको बता दें कि प्रियंक की बड़ी बहन वंदना मिश्रा मध्य प्रदेश पुलिस में टीआई के पद पर हैं. दूसरी बहन रोशनी मिश्रा प्रथम श्रेणी शिक्षक हैं. वहीं बड़े भाई मयंक मिश्रा राजस्व विभाग में पटवारी के पद पर कार्यरत हैं. अब प्रियंक का चयन मध्य प्रदेश प्रशासनिक सेवा के डिप्टी कलेक्टर के पद पर हुआ.

ADVERTISEMENT

ये भी पढ़ें: उज्जैन के सगे भाई-बहन बने डिप्टी कलेक्टर, MPPSC में ऐसे किया कमाल

ADVERTISEMENT

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT