शिवराज सिंह चौहान कैसे बने थे पहली बार मुख्यमंत्री, खोल दिया पूरा राज, कांग्रेस के एक CM की भूमिका भी जानें
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mp news: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पहली बार मुख्यमंत्री बनने की कहानी बड़ी दिलचस्प है. जो व्यक्ति कभी सरपंच भी ना रहा हो और पार्टी में कम और संगठन में अधिक वक्त बिताया हो, वो एक दिन मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री बनेगा, ऐसा उन्होंने खुद भी नहीं सोचा था. खास बात यह है कि इनके मुख्यमंत्री बनने की सूचना भी किसी बीजेपी नेता नहीं बल्कि कांग्रेस के एक कद्दावर नेता और एक राज्य के मुख्यमंत्री ने इनके घर आकर दी थी. ये सारी जानकारियां खुद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने द लल्लनटॉप को दिए इंटरव्यू में दीं.
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि 2005 में पहली बार जब वे मुख्यमंत्री बने तो उससे पहले वे विदिशा के सांसद हुआ करते थे. वे नई दिल्ली में पंडित पंत मार्ग पर सरकारी बंगले में रहते थे. उनके पड़ोस का बंगला उस समय के रोहतक के सांसद भूपेंद्र सिंह हुड्डा का हुआ करता था. तब मैं अपने घर में सो रहा था और तभी घर की घंटी बजी.
सीएम शिवराज ने बताया कि उसी समय उनकी पत्नी साधना सिंह ने उनको बोला कि जरा टीवी पर नजर डालिए, न्यूज चैनल में आपके नाम की पट्टी चल रही है. शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि उस समय उनको बहुत तेज नींद आ रही थी और उन्होंने पत्नी को बोला कि उनको सोने दिया जाए. लेकिन घर की घंटी भी बज चुकी थी. दरवाजे पर खड़े थे कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा जो पड़ोस के बंगले में रहते थे. वे अपनी पत्नी के साथ उनके घर आए और उन्होंने ही सबसे पहले उनको मिठाई खिलाकर बधाई दी कि आपको बधाई हो, आप मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बन रहे हैं.
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बधाई देकर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ये बोले
शिवराज सिंह चौहान ने इंटरव्यू में बताया कि बधाई देकर भूपेंद्र सिंह हुड्डा बोले कि, हम दोनों ही पड़ोसी हैं और मैं पहले सीएम बन गया और अब आप भी सीएम बन गए. शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि हुड्डा के हरियाणा का सीएम बनाए जाने की घोषणा उनसे दो दिन पहले ही हुई थी.
सीएम बोले कि पार्टी ही सबकुछ तय करती है
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पार्टी में कौन क्या बनेगा और क्या जिम्मेदारी संभालेगा, ये पार्टी ही तय करती है. वे खुद कुछ भी तय नहीं करते हैं. पार्टी ने उस समय तय किया और मुझे फोन कर उस समय के संगठन के महामंत्री संजय जोशी ने ऑफिस में बुलाया और बताया गया कि मुझे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी संभालनी है.
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पार्टी में नाराजगी जैसी कोई बात नहीं है
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इंटरव्यू में कहा कि मप्र बीजेपी में नाराजगी जैसी कोई बात नहीं है. हाल ही में उनकी मुलाकात कैलाश विजयवर्गीय से हुई. बहुत अच्छी चर्चा हुई उनके साथ. राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अनुरोध किया है कि मप्र से जुड़े सांसद जो भी केंद्र में मंत्री हैं, उनको दूसरे राज्यों के बजाय इस समय मध्यप्रदेश की जिम्मेदारी दी जाए, जिससे आगामी विधानसभा चुनाव में मदद मिल सके.
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