विधानसभा चुनाव हारे हुए उम्मीदवारों को बीजेपी ने दिया लोकसभा का टिकट, अब साधने होंगे विरोध के स्वर
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Lok Sabha Elections 2024: बीजेपी ने विधानसभा चुनाव की तरह ही लोकसभा चुनाव के उम्मीदवारों के नामों से सभी को फिर हैरान कर दिया. इस बार भी बीजेपी की लिस्ट में कई चौंकाने वाले नाम थे. बात सिर्फ मध्यप्रदेश की करें तो यहां की कुल 29 लोकसभा सीटों में से 24 सीटों पर उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया. इन 24 नामों में कई ऐसे चेहरे हैं, जिनको बीजेपी ने हालिया विधानसभा चुनाव में भी मौका दिया था. लेकिन वे विधानसभा चुनाव में हार गए थे. वह भी तब, जब बीजेपी को मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत मिली. बीजेपी ने 163 सीटें हासिल की, तब भी कुछ उम्मीदवार चुनाव हार गए और ऐसे उम्मीदवारों को बीजेपी ने लोकसभा का भी टिकट दे दिया है.
इनमें सबसे प्रमुख नाम है भारत सिंह कुशवाहा का. भारत सिंह कुशवाहा ग्वालियर ग्रामीण सीट से विधानसभा चुनाव कांग्रेस उम्मीदवार साहब सिंह गुर्जर से हार गए थे, जबकि वे इस सीट पर लगातार दो बार से जीत भी रहे थे लेकिन बीजेपी की लहर होने के बाद भी भारत सिंह कुशवाहा विधानसभा चुनाव में हार गए. अब इन्हीं भारत सिंह कुशवाहा को बीजेपी ने ग्वालियर सीट से लोकसभा चुनाव में उतार दिया है. ऐसे में बीजेपी के अंदर इस निर्णय को लेकर असंतोष के स्वर सुनाई देने लगे हैं. आपको बता दें कि भारत सिंह कुशवाहा बीजेपी के अंदर नरेंद्र सिंह तोमर के सबसे कट्टर समर्थक माने जाते हैं.
वहीं जबलपुर सीट पर बीजेपी ने आशीष दुबे को टिकट दिया है. इस निर्णय को लेकर यहां के कद्दावर भाजपाई नेता अजय बिश्नोई ने तो अपनी नाराजगी तंज के अंदाज में सार्वजनिक भी कर दी है. अजय बिश्नोई ने अपने बयान में कहा है कि “भाजपा ने आशीष दुबे को लोकसभा का उम्मीदवार बनाया है, पार्टी के इस निर्णय का स्वागत है. लेकिन हमें यह भूलना होगा कि हमारे चुनाव में आशीष ने पार्टी के विरोध में काम किया था. लेकिन अब भाजपा को जिताना ही हमारा लक्ष्य है. मैं स्वास्थ्य लाभ ले रहा हूं.जल्द ही स्वस्थ होकर चुनाव मैदान में आऊंगा”.
गुना सीट पर यादवों के लिए सिंधिया को करना होगा चमत्कार
गुना-शिवपुरी सीट पर वर्तमान में सांसद हैं डॉ. केपी यादव. वहीं केपी यादव जो कभी कांग्रेस में रहते हुए सिंधिया के एक मामूली कार्यकर्ता होते थे. पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस छोड़ बीजेपी में आए और बीजेपी ने उनको गुना सीट पर सिंधिया के खिलाफ चुनावी मैदान में उतारा था और सिंधिया को उनके जीवन की सबसे बुरी हार केपी यादव से झेलना पड़ी थी. अब उन्हीं केपी यादव का टिकट बीजेपी ने काट दिया है. उनके स्थान पर ज्योतिरादित्य सिंधिया को गुना सीट पर चुनावी मैदान में उतार दिया है. गुना सीट पर यादव और रघुवंशी समाज के वोटर बड़े पैमाने पर हैं. ऐसे में केपी यादव को गुना सीट से हटाना बीजेपी को महंगा न पड़ जाए, इसलिए सिंधिया को यादव समाज को मनाने के लिए कुछ चमत्कारी वायदे और घोषणाएं भी करना होंगी.
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राजनीति के जानकार बताते हैं कि सिंधिया को अब पुराने मतभेद भुलाकर डॉ. केपी यादव को भी साधना होगा और अपने संग लाना होगा, ताकि सिंधिया के लिए केपी यादव गुना सीट पर प्रचार भी करें और पुराने दिनों की तर्ज पर केपी यादव सिंधिया के लिए लोगों से वोट भी मांगें.
इन हारे हुए प्रत्याशियों को भी मिला फिर से मौका
विधानसभा चुनाव में सिर्फ भारत सिंह कुशवाहा ही नहीं बल्कि मंडला की निवास विधानसभा सीट पर फग्गन सिंह कुलस्ते, सतना में गणेश सिंह, भोपाल में आलोक शर्मा जैसे नेता भी विधानसभा चुनाव हार गए थे लेकिन बीजेपी ने एक बार फिर से इन पर भरोसा जताया है और पहले से अधिक बड़ी जिम्मेदारी देकर इस बार लोकसभा चुनाव में भी उतारा है. देखना होगा कि बीजेपी अपने इस निर्णय को कैसे सही साबित करती है और बीजेपी के अंदर कैसे सभी को एकजुट करके चुनावी रणनीति को अपने अंजाम तक पहुंचाती है.
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