कांग्रेस में क्या जीतू पटवारी को मिल गया अपना जोड़ीदार, इस नेता की क्यों कर रहे जमकर तारीफ
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Jeetu Patwari: कांग्रेस के नए बने पीसीसी चीफ जीतू पटवारी लगातार अलग-अलग अंचलों के दौरे पर हैं. वे राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा की तैयारियों के सिलसिले में इन दिनों ग्वालियर-चंबल के दौरे पर हैं. शुक्रवार को वे गुना जिले के दौरे पर थे, जहां पर पहुंचकर उन्होंने विधायक जयवर्धन सिंह की जमकर तारीफ की. जयवर्धन सिंह पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बेटे हैं. जीतू पटवारी ने जिस अंदाज में जयवर्धन सिंह की तारीफ की, उसके बाद से ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि कांग्रेस के अंदर जीतू पटवारी को जिस जोड़ीदार की तलाश है, शायद वो तलाश जयवर्धन सिंह पर जाकर खत्म होती है.
जीतू पटवारी ने जयवर्धन सिंह की तारीफों के जमकर पुल बांधे हैं. जीतू पटवारी ने कहा कि ये बात खतरे से खाली नहीं है लेकिन फिर भी कह रहा हूँ कि जयवर्द्धन मुझ से ज्यादा गुणवान व्यक्ति है. जीतू पटवारी ने कहा कि दिग्विजय सिंह उन्हें भी बेटे की तरह मानते हैं. वे पितातुल्य हैं. लेकिन जयवर्द्धन सिंह बेहद सभ्य और अच्छा इंसान है. जीतू पटवारी ने कहा कि यदि मध्यप्रदेश कांग्रेस में जयवर्द्धन जैसे 15-20 नेता हो जाएं तो पूरे प्रदेश में परिवर्तन आ जाएगा.
जीतू पटवारी ने सफाई देते हुए कहा कि J से जीतू J से जयवर्द्धन होता है और हम दोनों भाई हैं. आगे भी मिलकर काम करेंगे. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मंच से बयान देते हुए कहा कि बीजेपी भ्रमित गुमराह करने वाली धोखेबाज पार्टी है जो लोगों की आंखों में मिर्ची झोंकती है. चुनाव के वक्त शिवराज सिंह की पत्नी साधना सिंह किरार धाकड़ समाज के लोगों को फोन लगाकर कहती थीं कि भैया मुख्यमंत्री बनेंगे इसलिए वोट दो. लेकिन चुनाव जीतने के बाद शिवराज सिंह चौहान को ही बीजेपी ने किनारे कर दिया.
बीजेपी ने लोगों को धोखा दिया- जीतू पटवारी
जीतू पटवारी ने कहा कि बीजेपी ने लोगों को धोखा देने का काम किया है. चुनाव से पहले नरेंद्र सिंह तोमर के लिए राजपूतों से, प्रहलाद पटेल के लिए लोधी समाज से कहा गया कि ये लोग मुख्यमंत्री बन सकते हैं. सभी लोग जुट गए शिवराज सिंह को पीछे धकेल दिया. लेकिन चुनाव के नतीजों के बाद तीसरे व्यक्ति को सीएम बना दिया गया. अब बीजेपी कह रही है ये पॉलिटिकल मैनेजमेंट है.
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जीतू पटवारी ने कहा कि गर्व से कहता हूँ, मैं हिंदू हूँ. भगवान राम के मंदिर में कांग्रेस का पक्ष हमेशा स्पष्ट रहा है. राम मंदिर में जब भगवान विराजमान हो जाएंगे, तब हमारा नेतृत्व रामलला के दर्शन करने जाएगा. 1 लाख से ज्यादा कांग्रेसी दर्शन करने अयोध्या जाएंगे. अयोध्या का मंदिर हिंदुओ की आस्था का मंदिर है. बीजेपी के कहे अनुसार नहीं जाएंगे, अगर धक्का देकर बाहर निकाल दिया तो.
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