‘महाराज जी आप मुझसे छुटकारा न पा सकेंगे’ पूर्व CM ने धीरेंद्र शास्त्री से कहा- मेरा आपसे अनोखा रिश्ता

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Dhirendra Shastri in Chhindwara Kamal Nath pain in his stomach
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Dhirendra Krishna Shashtri: मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में चल रही बागेश्वर धाम वाले बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Krishna Shashtri) की श्री रामकथा का समापन सोमवार को शाम हो गया, इसमें पूर्व सीएम कमलनाथ (Kamalnath) भी शामिल हुए, इस मौके पर कमलनाथ ने बागेश्वर बाबा (Bageshwar Dham) को साधने में कोई कसर नहीं छोड़ी. उन्होंने अपने और महाराज जी यानि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के बीच अनोखा रिश्ता बताया.

कमलनाथ ने मंच से कहा, ‘महाराज जी आप मत सोचिएगा कि मैं आपका पीछा छोड़ दूंगा. भविष्य में भी आप मेरे से छुटकारा नहीं पाएंगे. संबंध होते हैं, बहुत सारे संबंध हैं, दोस्ती का, रिश्ते का. पर महाराज जी और मेरा संबंध हनुमान जी का संबंध है, और ये संंबंध आत्मीय संबंध है, ये है हमारा संबंध. महाराज जी आप छुटकारा नहीं पाएंगे.’

पूर्व सीएम ने आगे कहा, ‘ये सब यहां गवाह बैठे हैं, 40 साल से प्रयास कर रहा हूं, मेरे ऊपर कोई ऊंगली नहीं उठा नहीं सकता है. सही बात है, कोई ऊंगली नहीं उठा सकता है. महाराज जी आप बहुत जगह जाएंगे, लेकिन आपको छिंदवाड़ा जैसी जगह नहीं मिलेगी.’

छिंदवाड़ा में सिमरिया बालाजी ने हमें बुलाया: बाबा बागेश्वर

पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि छिंदवाड़ा आकर मुझे प्रसन्नता हुई है. छिंदवाड़ा के सिमरिया बालाजी ने हमें यहां बुलाया. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ जी ने 15 वर्ष पहले यहां हनुमान जी की स्थापना कराई. अब यह आध्यात्म का एक केंद्र बन गया है. कथा की समापन आरती में मुस्लिम, सिख और इसाई धर्म के लोग भी शामिल हुए. कमलनाथ ने मंच से कहा कि मैं बड़े गर्व से कहता हूं कि मैं हिंदू हूं. हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं. आज यहां सभी धर्म के लोग मौजूद हैं.

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जो राम का, वो हमारा

धीरेंद्र शास्त्री ने सोमवार को मीडिया से बातचीत में ये बात कही. उन्होंने कहा, ‘जो राम का है, वह हमारा है.’  शास्त्री ने कहा कि सनातन सभी का और हनुमान जी की भक्ति का अधिकार सभी को हैं. राष्ट्र के हित के लिए, भारत के कल्याण के लिए जो जो कार्य करें उनका हनुमान जी कल्याण करें. ताकि हमारा मध्यप्रदेश आगे बढ़े, देश आगे बढ़े और भारत विश्व गुरु बने. कथा जीवन जीना सिखाती है. कथा के आयोजन से लोग लहसुन, प्याज, मांस-मदिरा का सेवन बंद कर दे. यह भी उपलब्धि है.

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