MP में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी आए एक्शन मोड में, जानें क्या है ग्वालियर से शहडोल तक की प्लानिंग
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mp congress: मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव में अब सिर्फ 3 महीने ही बचे हैं. ऐसे में बीजेपी की तरफ से चुनाव की कमान खुद गृहमंत्री अमित शाह ने संभाल ली है तो वहीं कांग्रेस की तरफ से राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी मध्यप्रदेश में पूरी तरह से एक्टिव हो गए हैं. यही वजह है कि जहां 21 जुलाई को प्रियंका गांधी ग्वालियर-चंबल संभाग के दौरे पर आ रही हैं जहां वे एक बड़ी जनसभा को संबोधित करेंगी तो वहीं राहुल गांधी का कार्यक्रम कांग्रेस ने उसी शहडोल में रखना प्रस्तावित किया है, जहां कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा हुई थी.
अब ऐसे में ये जानना जरूरी हो जाता है कि प्रियंका गांधी का ग्वालियर जाना और राहुल गांधी का शहडोल आना कांग्रेस ने क्यों तय किया है. बात पहले शहडोल की कर लेते हैं. शहडोल विंध्य क्षेत्र का प्रमुख संभाग है और शहडोल ही वो इलाका है जहां से विंध्य और महाकौशल दोनों ही इलाके कवर हो जाते हैं. इन दोनों ही इलाकों में आदिवासी समाज के वोटर बड़ी संख्या में है और मध्यप्रदेश के चुनाव में आदिवासी वोटर ही निर्णायक भूमिका में है
ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां आदिवासी वोटरों को रिझाने की कोशिशों में लगी हुई हैं. इसलिए शहडोल में पीएम नरेंद्र मोदी की जनसभा बीजेपी ने कराई तो कांग्रेस भी शहडोल में ही राहुल गांधी की जनसभा कराने जा रही है. अगस्त में राहुल गांधी का शहडोल दौरा प्रस्तावित किया गया है.
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विंध्य और महाकौशल की सीटों का गणित समझें
अब जरा विंध्य और महाकौशल की सीटों का गणित भी समझ लेते हैं. 2018 के विधानसभा चुनाव में महाकौशल की कुल 38 सीटों में से कांग्रेस को 24 सीटें मिली थीं और बीजेपी को सिर्फ 13 सीटें ही मिल पाई थीं. वहीं विंध्य क्षेत्र की 30 सीटों में से कांग्रेस के खाते में सिर्फ 7 सीटें आईं थीं. जाहिर है आदिवासी वोटर जिस पार्टी के फेवर में गए, जीत उनको ही नसीब हुई. ऐसे में कांग्रेस यहां पर राहुल गांधी की जनसभा कराकर विंध्य और महाकौशल दोनों ही इलाकों को एक साथ कवर कर लेना चाहती है.
उधर ग्वालियर-चंबल संभाग में बीजेपी को कांग्रेस ने जबरदस्त मार दी थी. इस इलाके से कांग्रेस को 26 और बीजेपी को सिर्फ 7 सीटे मिली थीं. बीजेपी के अंदर फैली गुटबाजी का फायदा भी कांग्रेस उठाना चाहती है, इसलिए प्रियंका गांधी का दौरा ग्वालियर में प्रस्तावित किया गया है. जाहिर है कि राहुल और प्रियंका गांधी के जरिए कांग्रेस मध्यप्रदेश में राजनीतिक बढ़त बनाने की कोशिश कर रही है.
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