PFI से तुलना पर गुस्साए बजरंग दल कार्यकर्ताओं का हंगामा, कांग्रेस दफ्तर में की तोड़फोड़, जानें
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Bajrang Dal: कर्नाटक के विधानसभा चुनाव के घोषणा पत्र में कांग्रेस ने बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की बात कही है. इस घटना के विरोध में जबलपुर में आज बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस कार्यालय में जमकर तोड़फोड़ की. बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कल घोषणा की थी कि वह आज बलदेव बाग स्थित कांग्रेस कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करेंगे. जिसके बाद 100 से ज्यादा बजरंग दल के कार्यकर्ता बलदेवबाग पहुंच गए. वहीं पीसीसी चीफ कमलनाथ ने तोड़-फोड़ करने वाले बजरंग दल कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई की मांग की है.
उन्होंने ट्वीट कर कहा- ‘आज जबलपुर में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यालय में घुसकर नारेबाजी और तोड़फोड़ की. इससे भी ज्यादा दुख की बात यह है कि तोड़फोड़ करने वालों को रोकने में पुलिस ने कोई विशेष कार्यवाही नहीं की.’
सड़क पर लगभग आधा घंटे प्रदर्शन करने के बाद अचानक से इन लोगों ने कांग्रेस कार्यालय की तरफ रुख किया और जिस बिल्डिंग में कांग्रेस कार्यालय था उस पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया. जय श्री राम के नारे लगाते हुए सैकड़ों की संख्या में घुसे बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कार्यालय में जमकर तोड़फोड़ की, पत्थर चलाए और बैनर पोस्टर फाड़ डाले.
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इस दौरान बिल्डिंग में रखा कुछ निर्माणाधीन सामग्री को भी तोड़ दिया गया. इस घटना में पुलिस के कार्यवाही पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं, क्योंकि सैकड़ों बजरंग दल कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन करने के बाद भी मौके पर एक भी पुलिसकर्मी नहीं पहुंचा. सामान्य तौर पर छोटे-छोटे धरना प्रदर्शन में सैकड़ों पुलिस वाले इकट्ठा हो जाते हैं, लेकिन इस घटना में बलदेव बाग और लार्डगंज थाने के ठीक बीच में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने तोड़फोड़ की पर मौके पर एक भी पुलिसकर्मी मौजूद नहीं था.
कमलनाथ का सीएम से सवाल
पूर्व सीएम कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा- “मैं मुख्यमंत्री जी से जानना चाहता हूं कि क्या अब उनकी सरकार और भारतीय जनता पार्टी ने सभी लोकतांत्रिक तरीके छोड़ दिए हैं. जनता के बीच पूरी तरह से पैर उखड़ने के बाद कांग्रेस पार्टी के ऊपर सीधा हमला करने का मन बना लिया है. मुख्यमंत्री जी, अगर आपकी लोकतंत्र में जरा भी आस्था है तो तोड़फोड़ करने वालों पर सख्त कार्रवाई करें और यह भी सुनिश्चित करें कि मध्यप्रदेश में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति ना हो. मैं कांग्रेस कार्यकर्ताओं से भी कहना चाहता हूं कि उन्हें अपने लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक संघर्ष के लिए तैयार रहना चाहिए.”
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आज जबलपुर में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यालय में घुसकर नारेबाजी और तोड़फोड़ की। इससे भी ज्यादा दुख की बात यह है कि तोड़फोड़ करने वालों को रोकने में पुलिस ने कोई विशेष कार्यवाही नहीं की।
मैं मुख्यमंत्री जी से जानना चाहता हूं कि क्या अब उनकी सरकार और…— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) May 4, 2023
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कांग्रेस कार्यालय में की गई तोड़फोड़
इमारत में तोड़फोड़ की गई है, उसमें कांग्रेस के कार्यालय को कम बाकी दूसरे निजी मालिकों की संपत्ति को ज्यादा नुकसान हुआ है. हजारों रुपए के टाइल्स कई खिड़कियों के कांच सट्टा और तीन का छप्पर बजरंग दल के कार्यकर्ता तोड़ कर चले गए. बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का कहना है कि यदि कांग्रेस बजरंग दल के प्रति ऐसा ही रवैया रखेगी तो इसी तरीके का हंगामा करेंगे. इधर, घटना के बाद पहुंची पुलिस ने जांच की बात कही है तो वहीं कांग्रेस के पदाधिकारी अब आग बबूला हो रही हैं. कांग्रेस के प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य दिनेश यादव का कहना है की बजरंग दल नहीं कायराना हरकत की है, जो कांग्रेस पार्टी बर्दाश्त नहीं करेंगी.
बजरंग दल के सुमित सिंह ठाकुर ने बताया कि कांग्रेस ने जिस तरह से बजरंग दल की तुलना पीएफआई से की है, उसके विरोध में बजरंग दल ने कांग्रेस कार्यालय का घेराव किया है. अगर कांग्रेस हमें राजनीति में घसीटने की कोशिश करेगी तो हम उनकी भाषा में ही जवाब देंगे.
कांग्रेस कार्यालय में तोड़फोड़ के सवाल पर सुमित सिंह ने कहा-
हमारे किसी कार्यकर्ता ने कांग्रेस कार्यालय में तोड़फोड़ नहीं की है, साथ ही उन्होंने इसका आरोप कांग्रेस पर ही मढ़ते हुए कहा- यह कांग्रेस के ही कार्यकर्ताओं का काम है, मुंह बांधकर उन्होंने तोड़फोड़ की है. हमने सांकेतिक धरना दिया था और जब हम कांग्रेस कार्यालय पहुंचे तो वहां पर कार्यालय को बंद कर तोड़फोड़ चल रहे थे. वह हमें बदनाम करना चाहते हैं.
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