मंत्री मंडल विस्तार के बाद CM शिवराज ने दिखाया कॉन्फिडेंस बोले- ’75 दिन बाद भी हमारी सरकार’

एमपी तक

ADVERTISEMENT

Shivraj Singh Chouhan Cabinet Expansion Bjp Leader Jyotiraditya Scindia Madhya Pradesh Cabinet Expansion Madhya Pradesh Cm Shivraj Singh Chouhan
Shivraj Singh Chouhan Cabinet Expansion Bjp Leader Jyotiraditya Scindia Madhya Pradesh Cabinet Expansion Madhya Pradesh Cm Shivraj Singh Chouhan
social share
google news

MP Election 2023:  मध्यप्रदेश में आज ही शिवराज केबिनेट का विस्तार किया गया है. शिवराज मंत्रिमंडल का लंबे इंतजार और कई कयास के बाद आखिरकार चुनाव से 100 दिन पहले विस्तार हुआ है. भले ही नए मंत्रियों को अपने कार्यकाल का महज डेढ़ माह का वक्त मिला हो, लेकिन चुनाव (MP Election 2023) को ध्यान में रखते हुये ये कार्यकाल काफी महत्वपूर्ण होने वाला है. जब इस मंत्रीमंडल को लेकर सीएम शिवराज से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ” आने वाले 75 दिन बाद भी हमारी ही सरकार बनेगी” हम अभी विस्तार कर रहे हैं. बाद में फिर देखेंगे क्या करना है. 

आज राजभवन में विंध्य से राजेंद्र शुक्ला, महाकौशल (Mahakaushal) से गौरीशंकर बिसेन (Gaurishankar bisen) और बुंदेलखंड (Bundelkhand) क्षेत्र से उमा भारती (Uma Bharti) के भतीजे राहुल लोधी (Rahul Lodhi)ने मंत्री पद की शपथ ली है. इन सभी नवनियुक्त मंत्रियों का कार्यकाल बहुत छोटा होने वाला है. इसको लेकर जब सीएम शिवराज से सवाल किया गया ताे उन्होंने कहा “आने वाले 75 दिन बाद भी हमारी ही सरकार बनने वाली है. हम अभी विस्तार कर रहे हैं. बाद में फिर देखेंगे क्या करना है. उसके बाद भी हम ही आने वाले हैं और जरूरत पडे़गी तो एक विस्तार अभी और करूंगा. 

नए मंत्रियों के नाम

शिवराज कैबिनेट में शामिल नए मंत्रियों में रीवा से विधायक और सीनियर नेता राजेंद्र शुक्ला, बालाघाट के गौरी शंकर बिसेन और उमा भारती के भतीजे राहुल सिंह लोधी का नाम शामिल है. जानकारी के मुताबिक मध्य प्रदेश कैबिनेट में 4 मंत्रियों के पद रिक्त थे. शिवराज कैबिनेट में अब 33 मंत्री हो गए हैं. माना जा रहा है कि चुनाव के चंद दिनों पहले कैबिनेट विस्तार करना बीजेपी की असंतुष्टों को खुश करने की कवायद कर रही है. पिछले 3 दिनों से नए मंत्रियों के संभावित नामों की चर्चाएं हो रही थीं, कई नेताओं के नाम सुर्खियों में थे और उनके मंत्री बनाए जाने के कयास लगाए जा रहे थे, जिन पर अब विराम लग गया है.

चुनाव से चंद दिन पहले कैबिनेट विस्तार, असंतुष्टों को खुश करने की एक कोशिश

राजनीतिक पंडित बता रहे हैं कि विधानसभा चुनाव के चंद दिनों पहले कैबिनेट विस्तार करना बीजेपी की असंतुष्टों को खुश करने की रणनीति है. बीजेपी में इस समय गुटबाजी चरम पर है और 39 उम्मीदवारों की पहली सूची के सामने आने के बाद से 10 से अधिक उम्मीदवारों की विधानसभा में कार्यकर्ताओं का मुखर विरोध सामने आ चुका है. ऐसे में बालाघाट से आने वाले गौरीशंकर बिसेन और रीवा से आने वाले राजेंद्र शुक्ल को कैबिनेट में जगह देकर शिवराज सरकार विरोध के सुरों को काफी हद तक कम करने की कोशिश कर पाएगी. वहीं अन्य संभावित नामों को जगह देकर पार्टी में बगावत को काफी हद तक कंट्रोल कर पाने में बीजेपी सफल हो सकेगी.

ADVERTISEMENT

ये भी पढ़ें: कौन हैं राहुल लोधी, जिन्हें चुनाव से ठीक पहले शिवराज कैबिनेट में देनी पड़ी जगह?

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT