Jyotiraditya Scindia: फरियादी महिला की बात सुन तुरंत एक्शन में आ गए सिंधिया, SP साहब को दे दिया ये निर्देश
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Jyotiraditya Scindia News: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया फुल एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं. दिल्ली के साथ-साथ वे गुना पर भी बखूबी ध्यान दे रहे हैं. अब सिंधिया ने पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिए हैं, जिसके बाद हाईप्रोफाइल आत्माराम पारदी हत्याकांड में पिछले डेढ़ साल से फरार चल रहे बर्खास्त सब इंस्पेक्टर रामवीर सिंह कुशवाहा उर्फ दाऊ की मुश्किलें बढ़ गई हैं. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आत्माराम पारदी हत्याकांड के मुख्य आरोपी रामवीर सिंह को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए हैं.
अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की पॉलिसी के साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पुलिस अधीक्षक को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि रामवीर सिंह उर्फ दाऊ को जल्द से जल्द गिरफ्तार करो. सिंधिया ने बर्खास्त उपनिरीक्षक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही.
महिला की गुहार सुन सिंधिया ने दिया निर्देश
पीड़िता सुलोचना बाई ने ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात करते हुए रामवीर की गिरफ्तारी की मांग की है . ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिए हैं कि रामवीर सिंह उर्फ दाऊ को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए. फरियादी पूर्व जनपद पंचायत अध्यक्ष सुलोचना बाई ने ज्योतिरादित्य को लिखित आवेदन भी दिया है.
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने फरियादी महिला की बात सुनते ही एसपी साहब से तुरंत कहा कि चेक करिए और गिरफ्तार करवाइए. मामले की जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार सिंहा ने बताया कि उन्हें निर्देश मिले हैं.
क्या है पूरा मामला?
2015 में धरनावदा थाना क्षेत्र में बेगुनाह व्यक्ति आत्माराम पारदी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. आत्माराम अपने परिजनों की अस्थि विसर्जन करने के लिए पार्वती नदी पर गया था, तभी तत्कालीन थाना प्रभारी रामवीर सिंह उर्फ दाऊ ने अपने साथियों के साथ मिलकर आत्माराम को गोली मार दी थी. बदमाशों की धरपकड़ करने पहुंचे SI रामवीर ने अपनी गोली से बेगुनाह की जान ले ली. गोली लगते ही आत्माराम पार्वती नदी में गिर गया. रामवीर और उसके साथियों ने नदी से आत्माराम के शव को बाहर निकाला और शव को वाहन में रखकर फरार हो गए. ये मामला इतना हाईप्रोफाइल हो गया कि हाई कोर्ट के निर्देश पर CID को सौंपा गया. CID के DSP सतीश चतुर्वेदी ने मामले का खुलासा करते हुए छानबीन की. इस मामले में पुलिस मुख्यालय से हत्याकांड के आरोपी सब इंस्पेक्टर रामवीर सिंह को बर्खास्त करते हुए 30 हजार का इनाम भी घोषित किया गया.
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आरोपी सब इंस्पेक्टर के साथियों पर भी इनाम घोषित किया गया है. लेकिन बर्खास्त दरोगा रामवीर सिंह पिछले डेढ़ साल से फरार है. आरोप है कि इस दौरान रामवीर ने फरियादियों को जान से मारने की कोशिश भी की है. फरियादियों ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से न्याय की गुहार लगाई है.
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