अमरवाड़ा में भावुक हो गए कमलनाथ, अपने प्रत्याशी को लेकर क्यों कहा- मुझे लग रहा था डर?

पवन शर्मा

ADVERTISEMENT

अमरवाड़ा उपचुनाव में प्रचार में जुटे हैं कमलनाथ.
kamalnath_chhindwara
social share
google news

न्यूज़ हाइलाइट्स

point

चुनावी मंच पर फिर भावुक दिखे पूर्व सीएम क़मलनाथ

point

मैंने कौन सा पाप किया, आप 45 साल से मुझे देख रहे हैं

point

कांग्रेस उम्मीदवार धीरन शाह को लेकर बोले क़मलनाथ

Amarwara By Poll: मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले की अमरवाड़ा विधानसभा सीट पर उपचुनाव 10 जुलाई को होना है. इस उपचुनाव में कांग्रेस भाजपा जोर लगा रही है. अपने प्रत्याशियों को जीत दिलाने सीएम ओर पूर्व सीएम भी मैदान में उतर गए हैं. इसी क्रम में पूर्व सीएम कमलनाथ अपने कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में आज अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के ग्राम छिंदी में एक जनसभा को सम्बोधित किया. फिर से कमलनाथ मंच पर भावुक दिखाई दिए.

क़मलनाथ मंच पर भावुक दिखाई दिए. कमलनाथ लोकसभा में बेटे की हार के बाद वो पहली बार इस क्षेत्र में पहुचे थे, जहां उन्होंने अपने भावुक भाषण दिया. उन्होंने अपने 45 साल में जो काम किये उसे गिनाया.

कमलनाथ ने कहा- "18 साल बाद बनी सरकार की उपलब्धि बताते हुए कहा कि मुझे याद है 45 साल पहले आंचलकुण्ड गया था. सड़क नहीं थी, पानी नहीं था. बिजली नहीं थी. सात किलोमीटर पैदल गए, बड़े बड़े गड्ढे थे कच्ची सड़क थी. मुझे डर लगता था जीप पलट जाएगी तो इसलिए सात किलोमीटर पैदल गए मुझे वहां जाते हुए जवानी भी याद आई. कैसे में आशीर्वाद लेने चुनाव के पहले दादाजी के पास गया था. आज यह बदला हुआ छिंदवाड़ा आप सबके सामने है. बहुत पुराना संबंध है आपके साथ आपने छिंदवाड़ा की पहचान बनाई है."

45 साल से मुझे देख रहे हो: कमलनाथ 

आज अमरवाड़ा की पहचान पूरे देश में हैं. मैंने आपका सिर झुकने नही दिया कौन सा पाप मैंने किया. आप 45 साल से मुझे देख रहे हो कौन सी गलती की कौन सा जुल्म किया. मैंने कौन सा अन्याय किया मैंने. मुझे याद है दो हजार गांव में से 400 गॉव में बिजली थी. पहला काम मैंने बिजली का किया. ये सब आपके सामने है. जब मैं मुख्यमंत्री बना किसानों का कर्ज माफ किया. छिंदवाड़ा में पहली किस्त में 80 हजार किसानों का कर्ज माफ किया. दूसरी क़िस्त चालू किया था जब हमारी सरकार नहीं रही. कैसा प्रदेश मुझे सौंपा था. अट्ठारह साल बाद कांग्रेस की सरकार बनी थी. हमारे अस्पतालों में डॉक्टर नही स्कूल में शिक्षक नही खंभों में तार नही ऐसा प्रदेश सौपा था."

ADVERTISEMENT

ये भी पढ़ें: हाथरस कांड वाले भोले बाबा को लेकर धीरेंद्र शास्त्री का बड़ा बयान, बोले- वो साधू नहीं, ऐसी जगहों में जानें बचें!

धीरन ने कर दिया इंकार, डर गया था मैं: पूर्व सीएम

कमलनाथ ने कहा- आज धीरन उम्मीदवार है, हमारे ये उम्मीदवार बनाना नहीं चाहते थे. इन्होंने इनकार कर दिया था. मैंने महाराज जी को खबर भेजी कि धीरन को चुनाव लड़वाना है. तब उन्होंने स्वीकार किया. ये राजनैतिक व्यक्ति नहीं है. समाज सेवक व्यक्ति है, ये विधानसभा में मेरे साथ बैठेंगे. अब ये राजनेतिक सेवा भी करेंगे. बड़ी मुश्किल से इसको राजी किया. मुझे तो आखरी मिनट तक सोच रहा था कि ये अपना नामांकन नही भरेंगे और गायब हो जाएंगे. मुझे ये डर लग रहा था. मैंने एक दूसरे कैंडिडेट को भी कहा तुम भी भर दो. 

ADVERTISEMENT

ये धीरन बड़ी मुश्किल से माना है. पता नही बदल ना जाये. अब मुझे पूरा यकीन है. आप सबका विश्वास धीरन भाई पर होगा. और जो धोखा हुआ है. आप सबके साथ धोखा हुआ है. ये धोखे का चुनाव है इस धोखे का बदला आपको लेना है मुझे पूरा विश्वास है कि आप एक इतिहास बनाएंगे.

ADVERTISEMENT

ये भी पढ़ें: मोहन सरकार नहीं बढ़ा रही लाड़ली बहनों का पैसा? बजट के बाद पटवारी ने CM से पूछा- कब दोगे 3000 रुपये?

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT