MP की सियासत आज से गरमाएगी, अमित शाह और प्रियंका गांधी दोनों करेंगे आखिरी लड़ाई का ऐलान
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MP Election 2023: मध्यप्रदेश की सियासत अब अपने चरम पर है. चुनावी शतरंज में सभी मोहरे सज चुके हैं. इंतजार अब सिर्फ 17 नवंबर का है, जब मध्यप्रदेश की जनता अपना भविष्य चुनने वोटिंग करेगी. लेकिन इन आखिरी 20 दिनों में चुनावी रणभूमि की अंतिम क्षणों की लड़ाई के लिए अपने-अपने कार्यकर्ताओं में जोश भरने बीजेपी और कांग्रेस दोनों के ही दिग्गज शनिवार को मध्यप्रदेश में आ रहे हैं. बीजेपी की ओर से गृहमंत्री अमित शाह तो 3 दिन तक मध्यप्रदेश के विभिन्न शहरों का दौरा करेंगे तो वहीं कांग्रेस की तरफ से प्रियंका गांधी भी शनिवार को पहली बार बुंदेलखंड आएंगी और दमोह जिले में एक जनसभा को संबोधित करेंगी.
अमित शाह शनिवार को पहले सागर और खजुराहो का दौरा करेंगे और यहां पर कार्यकर्ताओं की एक बैठक लेंगे. इसके बाद वे रीवा, शहडोल जिले के दौरे पर जाएंगे. वहां भी वे अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों के कार्यकर्ताओं से चर्चा करेंगे और उनमें जोश भरेंगे. अमित शाह उज्जैन भी जाएंगे, जहां वे महाकाल के दर्शन करके रोड शो करेंगे. वे अगले तीन दिन भोपाल, इंदौर, ग्वालियर जिले का भी दौरा करेंगे और यहां भी बीजेपी के बूथ लेवल तक के कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे.
वहीं प्रियंका गांधी दमोह जिले में सुबह 11.45 बजे हेलीपैड पर उतरेंगी. यहां से वे सीधे सभा स्थल पहुंचेगी और दोपहर एक बजे वे यहां से जबलपुर के लिए उड़ान भरेंगी. आपको बता दें कि प्रियंका गांधी इससे पहले 12 जून को जबलपुर, 21 जुलाई को ग्वालियर, 5 अक्टूबर को धार और 12 अक्टूबर को मंडला का दौरा करेंगी.
ये अंतिम क्षणों की लड़ाई है
कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियों ने लगभग सभी सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम तय कर दिए हैं. कुछ सीटों पर जरूर कांग्रेस अपने उम्मीदवारों के नामों में परिवर्तन कर चुकी है. बीजेपी ने भी ऐसा किया है और अभी गुना एवं विदिशा की सीट पर उम्मीदवार के नाम का ऐलान करना बाकी है. ऐसे में अमित शाह और प्रियंका गांधी का यह दौरा दोनों ही पार्टियों में चुनावी रण के अंतिम क्षणों में जोश भरने का काम करेगा.
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इसी तथ्य की वजह से दोनों दिग्गज अपनी-अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं में जोश भरने मध्यप्रदेश का दौरा कर रहे हैं. राजनीतिक पंडित इसे अंतिम क्षणों की लड़ाई बता रहे हैं, क्योंकि वोटिंग होने के एक दिन पहले तक भी मतदाताओं को लुभाने और बहलाने का काम राजनेता करते हैं. इसके लिए दोनों ही पार्टियां एक दूसरे दल के असंतुष्ट नेताओं को अपने-अपने पाले में लाकर एक दूसरे का नुकसान करने पर भी काम कर रहे हैं.
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