मध्यप्रदेश में RSS नेताओं की किताबें पढ़ाने पर जोर! विरोध हुआ तो सीएम मोहन यादव ने सुना दी खरी-खरी

रवीशपाल सिंह

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CM Mohan Yadav: मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने RSS के विचारकों की पुस्तके महाविद्यालयों के पुस्तकालयों में रखे जाने पर कहा, वाचनालय, ग्रंथालय में सभी विचारकों की पुस्तके रखी जाएंगी.

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CM Mohan Yadav: मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने RSS के विचारकों की पुस्तके महाविद्यालयों के पुस्तकालयों में रखे जाने पर कहा, वाचनालय, ग्रंथालय में सभी विचारकों की पुस्तके रखी जाएंगी. मुख्यमंत्री डॉ यादव ने RSS के विचारकों की किताबों को पाठ्यक्रम में शामिल किए जाने को लेकर उठ रहे विवाद पर जवाब देते हुए कहा कि अभी पाठ्यक्रम का कोर्स बना नहीं है, अभी वो कोर्स बनना बाकी है. उसकी अपनी कमेटी है, उसका अध्ययन मंडल है, वो फाइनल करेगा.

डॉ यादव ने कहा कि 55 जिले के अंदर जो पीएम एक्सीलेंस कॉलेज बनाए गए हैं. वहां हमने लाइब्रेरी बनाई है. हमने कहा है कि लाइब्रेरी में कोई भी विचारवान लेखक होगा उन सभी की पुस्तके वहां रखी जाएगी. हम वहाँ पुस्तके ना रखें तो क्या करें, पुस्तक रखनी पड़ेंगी. पुस्तक रखने में अब वो राष्ट्रीय स्वयं संघ के हो या अन्य कोई भी हों, आपकी इच्छा हो तो पढ़ो और नहीं इच्छा है, तो मत पढ़ो.

सीएम डॉ मोहन यादव ने कहा कि हमारे यहां ऐसा माना जाता है कि ज्ञान दसों दिशाओं से आना चाहिए. ज्ञान का प्रवाह कभी नहीं रुकना चाहिए, भारत की विशेषता भी यही है. भारत के आगे बढ़ने का कारण भी यही है. 

दशों दिशाओं से मिलना चाहिए ज्ञान: सीएम मोहन यादव

सीएम मोहन यादव ने कहा कि हमारे यहां कहां गया है, सर्वे भवंतु सुखिन:. हम तो सभी के लिए सोच कर चलने वाले हैं. दसों दिशाओं से जो विचार आते हैं, उसमें से हम अपने मूल विचार को भूले नहीं है. मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि वाचनालय, ग्रंथालय इसीलिए होते हैं, अभी ये परंपरा थोड़ी कम हो गई है. डॉ यादव ने कहा कि लाइब्रेरी में सभी प्रकार के कोर्स की पुस्तकें होने चाहिए.

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