7June2024
Credit: Priyal Yadav/Insta
प्रियल यादव पहले रजिस्ट्रार, फिर असिस्टेंट कमिश्नर और अब डिप्टी कलेक्टर बनीं हैं. पिता विजय यादव एक किसान हैं, उनका बचपन एक साधारण परिवार में बीता है.
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प्रियल 6वीं कक्षा से इंदौर में रहने लगी थी. उन्होंने आगे की शिक्षा वहीं से पूरी की थी.
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सिविल सेवा में जाने की प्रेरणा उन्हें अपने परिवार और शिक्षकों से मिली, जिन्होंने उन्हें हमेशा प्रोत्साहित किया.
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प्रियल ने MPPSC की तैयारी करने का निर्णय लिया और पूरी लगन और मेहनत से अध्ययन में जुट गई.
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2019 में प्रियल ने MPPSC परीक्षा में सफलता प्राप्त की और उन्हें जिला रजिस्ट्रार के पद पर नियुक्त किया गया था.
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2020 में, प्रियल ने फिर से MPPSC की परीक्षा दी और उन्हें असिस्टेंट कमिश्नर के पद पर चयन हुआ था.
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प्रियल ने एक संगठित और अनुशासित अध्ययन योजना बनाई, जिसमें नियमित अध्ययन, मॉक टेस्ट, और पुराने प्रश्नपत्रों का अभ्यास शामिल था.
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प्रियल की सफलता के पीछे उनके परिवार और दोस्तों का पूरा समर्थन था, जिन्होंने हर कदम पर उनका हौसला बढ़ाया.
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प्रियल की सफलता ने उन्हें कई युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बना दिया, जो सिविल सेवा की तैयारी कर रहे हैं.
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