सिंधिया को मानती हूं बेटा, नहीं खलने दूंगी माता-पिता की कमी, जय विलास पहुंची उमा भारती का बड़ा बयान

सर्वेश पुरोहित

26 May 2024 (अपडेटेड: May 26 2024 5:03 PM)

Madhviraje Scindia News: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां राजमाता माधवीराजे सिंधिया के निधन के बाद से ही सिंधिया महल में उन्हें श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लगा हुआ है. इसी बीच मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने भी पहुंचकर श्रद्धांजली अर्पित की है.

सिंधिया का हाथ पकड़कर बैठी उमा भारती

सिंधिया का हाथ पकड़कर बैठी उमा भारती

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Madhviraje Scindia News: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां राजमाता माधवीराजे सिंधिया के निधन के बाद से ही सिंधिया महल में उन्हें श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लगा हुआ है. जिसमें कई दिग्गज नेता तो वहीं दूसरी तरफ ग्वालियर की जनता भी राजमाता को श्रद्धांजली देने पहुंच रही है. इसी बीच पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती भी सिंधिया महल पहुंची. इस दौरान सिंधिया खुद उमा भारती का हाथ पकड़कर अंदर ले गए. इस दौरान उनके साथ उनकी पत्नि प्रियदर्शन राजे सिंधिया भी मौजूद रहीं. 

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रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ग्वालियर पहुंचे. जहां दोनों नेताओं ने जय विलास पहुंचकर ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां के निधन पर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए शोक व्यक्त किया हैं. इस दौरान पूर्व CM उमा भारती ने कहा कि मैं सिंधिया को यह बताने आई हूं कि "उन्हें मां का अभाव कभी खलने नहीं दूंगी."

 

 

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माता-पिता का अभाव खलने नहीं दूंगी- उमा भारती

उमा भारती ने श्रद्धा सुमन अर्पित करने के बाद कहा, "मैं ज्योतिरादित्य जी को यह बताने आई हूं, मैं उन्हें मां का अभाव कभी खलने नहीं दूंगी. मैं पूरी तरह से इस घड़ी में उनके साथ हूं.  मैं पूरे जीवन भर उनको माता-पिता का अभाव खलने नहीं दूंगी, मैं ज्योतिरादित्य की में बहुत बड़ा भविष्य देखती हूं."

अमित शाह ने पुरानी इच्छा को किया पूरा- उमा

उमा भारती कहती हैं कि, "अमित शाह जी ने बहुत अच्छा किया. जो ज्योतिरादित्य को भारतीय जनता पार्टी में ले आये. राजमाता साहब की इच्छा थी. माधवराव सिंधिया जनसंघ में आ जाएं, उसके बाद भारतीय जनता पार्टी में आए, लेकिन वह नहीं हो पाया. लेकिन अमित शाह जी ने वर्षों पुरानी इक्षा पूरी कर दी है.  मैं तो वैसे भी अपना बेटा मानती हूं, उनके प्रति स्नेह रखती हूं. इसलिए इस घड़ी में उसे परिवार के साथ बैठने के लिए आई हूं."

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