Shivraj Singh Chauhan: कुर्सी के जाते ही पावर भी चली जाती है. यह नजारा देखने को मिला मध्यप्रदेश के गुना में जहां पर पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान पहुंचे थे. वे यहां पर करीबी रिश्तेदारों के यहां शोक संवेदना व्यक्त करने पहुंचे थे. लेकिन इस दौरान उनसे मिलने के लिए स्थानीय विधायक पन्नालाल शाक्य पहुंचे ही नहीं. पन्नालाल शाक्य आरएसएस के और बीजेपी के पुराने नेता माने जाते हैं और आरएसएस का सपोर्ट होने की वजह से ही उनको टिकट भी मिला और वे चुनाव भी जीते थे.
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लेकिन लोग तब हैरानी में रह गए जब शिवराज सिंह चौहान गुना पहुंचे तो उनसे मुलाकात करने के लिए भी स्थानीय विधायक समय नहीं निकाल सके. अब ऐसा होने की वजह से तरह-तरह की चर्चाएं भी शुरू हो गई हैं. शिवराज सिंह चौहान अपने नजदीकी परिजनों के घर शोक संवेदना व्यक्त करने पहुंचे थे. पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से बीजेपी विधायक पन्नालाल शाक्य तो मिलने नहीं पहुंचे लेकिन सिंधिया समर्थक व पूर्व मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया खुद शिवराज सिंह की अगुवाई करते दिखाई दिए. पन्नालाल शाक्य का नदारद रहना अब चर्चाओं में है.
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से जब लोकसभा चुनाव लड़ने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने हाथ जोड़ते हुए कहा कि फिलहाल वे राजनीति पर चर्चा नहीं कर सकते क्योंकि वे शोक संवेदनाएं व्यक्त करने गुना पहुंचे हैं. शिवराज सिंह चौहान से उनके समर्थकों ने मांग भी की लेकिन शिवराज सिंह चौहान ने हाथ जोड़कर नकार दिया. शिवराज के बदले हुए व्यवहार को देखकर समर्थक भी हैरान थे.
बीजेपी में शिवराज का क्या होगा
शिवराज सिंह चौहान को विधानसभा चुनाव के बाद पार्टी ने कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं दी है. कैबिनेट गठन के दौरान भी उनको दूर रखा गया. फिलहाल वे सीहोर जिले के बुधनी से विधायक मात्र हैं. हालांकि संगठन के स्तर पर उनके दौरे चल रहे हैं. बीती रात वे यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से मिले थे. जिसके बाद भी चर्चाएं चली थीं. अब फिर से एक बार चर्चाएं चल रही हैं, क्योंकि इस बार स्थानीय विधायक द्वारा अनदेखी की गई. ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि बीजेपी में अब शिवराज सिंह चौहान का क्या होगा.
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