धीरेंद्र शास्त्री ने जिस स्कूल में की पढ़ाई आज वहीं बने मुख्य अतिथि, पुराने दिनों को याद कर कही ये बात

लोकेश चौरसिया

15 Aug 2024 (अपडेटेड: Aug 15 2024 2:15 PM)

Baba Bageshwar: मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के गढ़ा गांव वाले बाबा बागेश्वर को आज कौन नहीं जानता है. आज वे किसी पहचान के मोहताज नही हैं.बाबा बागेश्वर ने जिस स्कूल में शुरूआती शिक्षा हासिल की आज उसी स्कूल में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री उर्फ बाबा बागेश्वर ने ध्वजारोहण रोहण किया. 

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Baba Bageshwar: मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के गढ़ा गांव वाले बाबा बागेश्वर को आज कौन नहीं जानता है. आज वे किसी पहचान के मोहताज नही हैं. यही कारण है कि बाबा बागेश्वर ने जिस स्कूल में शुरूआती शिक्षा हासिल की आज उसी स्कूल में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री उर्फ बाबा बागेश्वर ने ध्वजारोहण रोहण किया. 

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जिस स्कूल में पढ़े वहीं ध्वाजारोहण करने पहुंचे बाबा बागेश्वर

दरअसल बाबा बागेश्वर का शुरूआती जीवन आर्थिक तंगी और बदहाली में बीता है. बाबा बागेश्वर ने जिस सरकार स्कूल में शिक्षा ग्रहण की आज उसी स्कूल में वे मुख्य अतिथि बनकर पहुंचे थे. ध्वाजारोहण करने पहुंचे बाबा बागेश्वर की खुशी का ठिकाना नहीं था. 

संबोधन के दौरान बाबा बागेश्वर ने "किसी विद्यार्थी के जीवन में सबसे बड़ा दिन वह होता है, जिस विद्यालय में उसने शिक्षा ग्रहण की हो और उसी विद्यालय में उसे ध्वजारोहण के लिए बुलाया जाए. इसके बाद स्कूल में मौजूद बच्चों की भीड़ ने जोरदार तालियां बजाई.

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कक्षा 9 से 12वीं तक यहीं की पढ़ाई

आपको बता दें 78वें स्वतंत्रता दिवस पर बागेश्वर बाबा ने गंज के हायर सेकेण्डरी स्कूल में ध्वजारोहण किया. इसी स्कूल में धीरेन्द्र शास्त्री ने कक्षा 9वीं से 12वीं तक की शिक्षा ग्रहण की थी. जब आज ध्वजारोहण के लिए मुख्य अतिथि बनकर स्कूल पहुंचे. जहाँ पर स्कूल के छात्र छात्राओं और टीचरो ने जोरदार स्वागत किया. 

बच्चों से क्या बोले बाबा बागेश्वर?

इस दौरान ध्वजा रोहण के बाद बागेश्वर सरकार ने अपने उद्बोधन में कहा कि "आपके जीवन में ये महत्वपूर्ण नहीं है कि आप कितने बड़े स्कूल में पढ़ते हैं. महत्वपूर्ण यह है कि आप कितनी बड़ी सोच रखते हैं, हमारे घर लाइट नही होती थी. कोन कहता है की लाईट नहीं होती है, तो पढ़ाई नहीं होती है, जुनून की लाइट अगर हो तो अंधेरे में भी पढ़ाई होती हैं.

उन्होंने उन दिनों को भी याद किया जब वह पैदल चलकर गढ़ा से गंज स्कूल में पढ़ने के लिए आया करते थे. छात्रों से उन्होंने कहा की हम भी आप लोगो जैसे ही थे. 15 अगस्त के दिन हम भी आप जैसे ही बूंदी के लिए लाइनों में लगा करते थे. बागेश्वर सरकार ने पढ़ाने वाले अध्यापकों की सराहना की है.  इस मौके गणित के अध्यापक खान सर, सेठ मैडम मोजूद थी. और प्रशासनिक अधिकारियों में राजनगर एसडीएम, तहसीलदार, थाना प्रभारी मोजूद रहे.

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