Indore News: इंदौर शहर के ट्रैफिक की लाइफ लाइन बन चुके फ्लाई ओवर ब्रिज में बड़ी दरार आ गई है. इसके कारण यहां कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है. ऐसे में इस दरार को ठीक करने की जगह जिम्मेदार PWD और नगर निगम दोनों ही विभाग अपना-अपना पल्ला झाड़ रहे हैं.
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इंदौर शहर की लाइफ लाइन कहे जाने वाले रिंग रोड पर बने तीन इमली फ्लाई ओवर ब्रिज के एक हिस्से में पिछले दिनों दरार आ गई थी. इसके बाद इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने इस मामले की जानकारी भोपाल के पीडब्ल्यूडी विभाग को भेजी है. जहां से अधिकारियों का एक दल जल्द ही इंदौर पहुंचेगा और ब्रिज की मेंटेनेंस सहित रिपेयरिंग के कार्यों का जायजा लेकर इसे ठीक करने का काम शुरू किया जाएगा.
इंदौर के रिंग रोड पर वर्ष 2015 में बना तीन इमली फ्लाई ओवर ब्रिज के एक हिस्से में दरार आने से ब्रिज को लेकर एक शिकायत कलेक्टर के पास आई थी. जिसे लेकर इसकी गुणवत्ता पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं. करीब 9 साल पहले 39 करोड़ की लागत से बने इस ब्रिज का हिस्सा धसने के बाद लोग निर्माण विभाग और इंदौर नगर निगम के बीच इसके मेंटेनेंस को लेकर एक विवाद खड़ा हो गया है.
PWD और नगर निगम दोनों एक दूसरे पर टाल रहे हैं जिम्मेदारी
जहां पीडब्ल्यूडी द्वारा इस ब्रिज को नगर निगम को हस्तांतरित करने की बात कही जा रही है तो वहीं दूसरी ओर नगर निगम द्वारा इसे हस्तांतरित करने और एनओसी जारी न करने की बात कही जा रही है. इस ब्रिज पर प्रतिदिन करीब एक लाख से ज्यादा छोटे बड़े वाहन गुजरते हैं. जिसे देखते हुए इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने भोपाल स्थित पीडब्ल्यूडी के मुख्यालय से चर्चा की है. कलेक्टर आशीष सिंह का कहना है कि पीडब्ल्यूडी के अधिकारी जल्द ही इस ब्रिज का मौका मुआयना करेंगे और इसके मेंटेनेंस के अलावा रिपेयरिंग के कार्य को भी जल्द ही शुरू किया जाएगा. हालांकि इस ब्रिज के हस्तांतरण पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया.
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