Sawan Somwar 2024: सावन के पहले सोमवार को रात ढाई बजे जागे महाकाल, शाही ठाठ-बाट से निकलेगी सवारी

संदीप कुलश्रेष्ठ

22 Jul 2024 (अपडेटेड: Jul 22 2024 8:37 AM)

Ujjain Mahakal: सावन के महीने की शुरुआत आज यानी कि सोमवार से हो गई है. ऐसे में विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर के पट रात 2.30 खोले गए. इसके पश्चात भगवान महाकाल की भस्म आरती की गई.

mptak
follow google news

न्यूज़ हाइलाइट्स

point

विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर के पट रात 2.30 खोले गए.

point

महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा.

point

आज बाबा महाकाल की पहली शाही सवारी भी निकाली जाएगी.  

Ujjain Mahakal: सावन के महीने की शुरुआत आज यानी कि सोमवार से हो गई है. ऐसे में विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर के पट रात 2.30 खोले गए. इसके पश्चात भगवान महाकाल की भस्म आरती की गई. सावन के पहले ही दिन महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा. आज बाबा महाकाल की पहली शाही सवारी भी निकाली जाएगी.  

यह भी पढ़ें...

सावन की पहली भस्म आरती

भगवान महाकाल का पंडे-पुजारियों ने दूध, दही, पंचामृत, दृव्य प्रदार्थ, फलों के रस से अभिषेक किया. विधि-विधान के साथ महाकालेश्वर की भस्म आरती की गई. जिसके बाद महाकालेश्वर का आकर्षक श्रृंगार किया गया. इस दौरान श्रद्धालु भोले की भक्ति में लीन हो गए और महाकाल के जयकारों से मंदिर परिसर गूंज उठा.

ये भी पढ़ें: Ujjain: 12 ज्योतिर्लिंगों में एकमात्र दक्षिणमुखी हैं महाकाल, 5 ऐसी बातें, जो पहले नहीं सुनी होंगी

महाकाल दर्शन के लिए उमड़े श्रद्धालु

श्रावण के पहले ही दिन महाकाल मंदिर में आस्था का सैलाब देखने को मिला. बड़ी संख्या में श्रद्धालु भस्म आरती में शामिल हुए. महाकाल के पंडे-पुजारियों ने ढोल-नगाडों के साथ श्रृंगार आरती की और भस्म आरती संपन्न होने के बाद आम दर्शन का सिलसिला शुरू हुआ. खास बात यह है कि इस बार सावन का महीना सोमवार से शुरू हुआ है, इसीलिए आज देशभर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन करने पहुंच रहे हैं. भस्म आरती के दौरान भी हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के दर्शन किए. 

बाबा महाकाल की शाही सवारी

उज्जैन के राजा बाबा महाकाल की आज शाही सवारी निकाली जाएगी. पालकी में सवार होकर भगवान महाकाल नगर भ्रमण के लिए निकलेंगे और मनमहेश रूप में भक्तों को दर्शन देंगे.शाही ठाठ-बाट के साथ बाबा महाकाल की सवारी निकलेगी, जिसमें हजारों श्रद्धालु शामिल होंगे. 

ये भी पढ़ें: Omkareshwar: एकमात्र ज्योतिर्लिंग जहां विश्राम करने आते हैं महादेव, मां पार्वती के साथ खेलते हैं चौसर, जानें क्या है मान्यता?

    follow google newsfollow whatsapp