MP News: देवास (Dewas) जिले के जंगल में कालीसिंध नदी के किनारे तेंदुआ (Leopard) दिखाई दिया. ग्रामीणों को इसकी जानकारी लगी, तो तेंदुए को देखने जुट गए. तेंदुए ने कोई हरकत नहीं कि तो लोग उसके साथ मस्ती करने लगे. कुछ लोगों ने तो तेंदुए को खिलौना ही बना लिया. फोटो, वीडियो बनाने और सेल्फी लेने तक तो ठीक था, लेकिन कुछ लोग उसकी सवारी तक करने लगे. जानकारी मिलने पर वन विभाग (Forest department) का अमला मौके पर पहुंचा और तेंदुए का रेस्क्यू किया.
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देवास जिले के सोनकच्छ क्षेत्र में इकलेरा माताजी के जंगल में मंगलवार (Tuesday) की दोपहर तेंदुआ दिखाई दिया. जिसके बाद ग्रामीणों के द्वारा तेंदुए को परेशान करने, सेल्फी लेने की तस्वीरें सामने आईं, जिसकी जानकारी वन विभाग को मिलने पर टीम रेस्क्यू (Rescue) के लिए पहुंची. जिसके बाद उसे इलाज के लिए ले जाया गया.
तेंदुए को पालतू की तरह घुमाने लगे
सोनकच्छ के जंगलों में मिला तेंदुआ सुस्त नज़र आ रहा था, उससे ठीक से चला भी नहीं जा रहा था. ग्रामीण पहले उसे देखकर घबराए, लेकिन तेंदुए ने कोई हरकत नहीं कि तो उसके साथ मस्ती करने लगे. फ़ोटो, वीडियो बनाने के अलावा कुछ लोग उसकी सवारी तक करने लगे. ग्रामीणों के साथ तेंदुए को परेशान करने की तस्वीरें भी सामने आयी हैं. शाम होते-होते वन विभाग को इसकी सूचना मिली और मौके पर वन विभाग का अमला पहुंचा. उज्जैन की रेस्क्यू टीम और देवास वन विभाग की टीम ने तेंदुए का रेस्क्यू किया. तेंदुए के शरीर पर चोंट का कोई निशान नहीं था.
इलाज के बाद छोड़ेंगे जंगल
वन विभाग के SDO संतोष शुक्ला के मुताबिक तेंदुए के शरीर पर चोट का कोई निशान नहीं है. तेंदुए ने ज्यादा खाना खा लिया होगा या फिर वह बीमार होगा. रातभर तेंदुए को वेटनरी डॉक्टर की निगरानी में दौलतपुर रेस्ट हाउस में रखा गया था. अब सुबह उसे इलाज के लिए इंदौर चिड़िया घर ले जाया जा रहा है, जहां डॉक्टर उसका इलाज करेंगे. स्वस्थ होने के बाद उसे फिर जंगल में छोड़ दिया जाएगा.
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