विदिशा में चौंकाने वाला खुलासा: 40 जिंदा लोगों को सरकारी दस्तावेजों में बता दिया मृतक, आखिर कैसे?

विवेक सिंह ठाकुर

28 Jun 2023 (अपडेटेड: Jun 28 2023 10:49 AM)

Vidisha News: मध्यप्रदेश के विदिशा जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां की कुरवाई विधानसभा क्षेत्र के ग्राम खजुरिया जागीर में एक साथ 40 लोगों को सरकारी दस्तावेजों में मृतक घोषित कर दिया है. जबकि वे असल में जीवित हैं. 18 जून को ग्राम पंचायत की सरपंच वर्षा राजपूत को जब […]

Vidisha Controversy

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Vidisha News: मध्यप्रदेश के विदिशा जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां की कुरवाई विधानसभा क्षेत्र के ग्राम खजुरिया जागीर में एक साथ 40 लोगों को सरकारी दस्तावेजों में मृतक घोषित कर दिया है. जबकि वे असल में जीवित हैं. 18 जून को ग्राम पंचायत की सरपंच वर्षा राजपूत को जब इसके बारे में पता लगा कि 40 लोगों को पहले ही मृत घोषित किया जा चुका है तो उन्होंने पड़ताल कराई तो मालूम चला कि यह आंकड़ा 50 से भी ज्यादा हो चुका है.

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इसमें अनेकों लोग ऐसे हैं जिनके कॉलेज में एडमिशन नहीं हो पा रहे हैं और इसी तरह स्कूली बच्चों के समग्र पोर्टल आईडी में उनके नाम के आगे स्वर्गीय लिख दिया गया.

जानकारी लगते ही क्षेत्र के लोगों में हड़कंप मच गया. जिसको लेकर सरपंच ने जनपद सीईओ,और थानाप्रभारी को आवेदन के माध्यम से बताया कि मेरी ग्राम पंचायत खजुरिया जागीर के एसपीआर पोर्टल पर पिछले कुछ दिनों से किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा अनाधिकृत प्रवेश किया गया है एवं उसके डाटा से छेड़छाड़ की गई एवं कुछ जीवित सदस्यों को मृत दर्शाया गया है.

गौरतलब है कि सिस्टम की भारी लापरवाही की कीमत उन ग्रामीण जनों को उठानी पड़ रही है जिन्हें पहले से ही यह बताया गया था कि तुम्हारे घर अब तुम्हारी ग्राम की सरकार है और तुम्हें सारी सरकारी योजनाओं का लाभ घर बैठे ही मिल जाएगा. लेकिन अब इन्हें कोई भी यह बताने वाला नहीं है कि यह जिंदा लोग आखिर स्वर्गीय कैसे हो गए. इसके कारण उनको सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है.

गर्भवती महिला और कॉलेज जाने वाले स्टूडेंट को भी बताया मृतक
मामले में सामने आया है कि एक 27 साल की गर्भवती महिला को भी मृतक बताया है तो वहीं कॉलेज में पढ़ने वाला एक युवक किसी कोर्स में एडमिशन लेने पहुंचा तो वहां उसको बताया गया कि वह कागजों में मर चुका है. अब इन सभी के सामने खुद को जीवित दिखाने की चुनौती है. ग्राम की सरपंच कहती हैं कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने पोर्टल से छेड़छाड़ की है तो वहीं जिले के जिम्मेदार कलेक्टर कहते हैं कि पंचायत चुनाव के दौरान दो पार्टियों में विवाद हुआ था और उसी के चलते यह किया गया है और इसमें साइबर सेल से जो भी खामियां होगी हम उसकी जांच कराएंगे.

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