Ramniwas Rawat: कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने वाले पूर्व विधायक रामनिवास रावत को मोहन यादव सरकार ने कैबिनेट मंत्री तो बना दिया लेकिन शपथ होने के 5 दिन बाद भी कोई भी मंत्रालय अब तक नहीं दिया है. ऐसे में सवाल खड़े हो रहे हैं कि क्या अमरवाड़ा उपचुनाव की काउंटिंग समाप्त होने के बाद रामनिवास रावत को कोई मंत्रालय दिया जा सकता है या अभी और इंतजार कराया जाएगा.
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मोहन यादव सरकार ने रामनिवास रावत को मंत्री बनाकर विधायकी से इस्तीफा दिलवा दिया लेकिन अभी तक कोई भी मंत्रालय उनको नहीं दिया गया है. रामनिवास रावत खुद इस बात से अनभिज्ञ हैं कि उनको किस विभाग का मंत्रालय सौंपा जाएगा. रामनिवास रावत को इस बारे में अब तक बीजेपी आलाकमान की ओर से कुछ भी नहीं बताया गया है. फिलहाल वे कैबिनेट मंत्री तो हैं लेकिन बिना विभाग के कैबिनेट मंत्री.
आपको बता दें कि रामनिवास रावत कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे हैं. 6 बार से कांग्रेस पार्टी के विधायक रहे हैं. श्योपुर जिले की विजयपुर विधानसभा सीट से वे लगातार चुनाव जीतते रहे हैं. विधानसभा चुनाव के बाद रामनिवास रावत को बीजेपी ने अपनी पार्टी में शामिल कर लिया. बीजेपी के इस निर्णय की पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने आलोचना भी की है.
यदि अमरवाड़ा का चुनाव कमलेश शाह जीते तो वे भी बन सकते हैं मंत्री?
दरअसल रामनिवास रावत को कैबिनेट मंत्री बनाने के बाद भी मोहन यादव सरकार ने विभाग नहीं दिया है तो कहीं न कहीं इसके पीछे आज अमरवाड़ा चुनाव की जो काउंटिंग चल रही है, वह भी एक कारण हो सकती है. राजनीतिक पंडितों का मानना है कि यदि कमलेश शाह अपना उपचुनाव जीत जाते हैं तो उनको भी मोहन यादव सरकार द्वाराक कैबिनेट मंत्री बनाया जा सकता है. इसलिए चुनाव परिणाम के बाद ही रामनिवास रावत के मंत्रालय को लेकर कोई निर्णय लिया जा सकता है. अब देखना होगा कि रामनिवास रावत बिना विभाग के कैबिनेट मंत्री कब तक बने रहते हैं.
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