BHOPAL: पूर्व CM शिवराज का एक और फैसला पलटने वाले हैं सीएम मोहन यादव? जानें किस फैसले को लेकर चर्चा हो गई तेज

एमपी तक

23 May 2024 (अपडेटेड: May 23 2024 2:30 PM)

BHOPAL CPA: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव प्रदेश पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का एक और फैसला पलटने जा रहे हैं? इस फैसले को लेकर कई विधायकों ने सीएम मोहन यादव से भी गुहार लगाई है.

पूर्व सीएम शिवराज का फैसला पलटेंगे सीएम मोहन?

पूर्व सीएम शिवराज का फैसला पलटेंगे सीएम मोहन?

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MP News: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव प्रदेश पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का एक और फैसला पलटने जा रहे हैं? इस फैसले को लेकर कई विधायकों ने सीएम मोहन यादव से भी गुहार लगाई है. विधायकों ने सीएम मोहन से दोबारा CPA लागू करने की मांग की है. अब ऐसे में देखना होगा कि जिस योजना को पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान साल 2022 में बंद कर चुके हैं उस योजना को सीएम मोहन यादव दोबारा चालू करेंगे? 

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मध्य प्रदेश में हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी को बंपर जीत मिली थी. इसके बाद मोहन यादव को मध्य प्रदेश का नया मुख्यमंत्री बनाया गया था. उसके बाद से ही सीएम मोहन एक्शन मोड में हैं. उन्होंने और उनकी कैबिनेट ने कई फैसले लिए. जिनमें से कुछ फैसले ऐसे थे, जो शिवराज सिंह चौहान की सरकार के समय में लिए गए थे उनमें खासा बदलाव किया गया. इसी कड़ी में अब CPA का मामला मध्य प्रदेश में गर्मा रहा है. 

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मंत्री कृष्णा गौर ने की मांग

आपको बता दें CPA को लेकर कई विधायकों ने सीएम मोहन यादव से शुरू करने की गुहार लगाई है. इसके साथ ही अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री कृष्णा गौर ने सीएम मोहन यादव को एक पत्र के माध्यम से सीपीए को पुनर्जीवित करने की मांग की है. गौर ने मांग की है कि " सीपीए को पुन: शुरू करके राजधानी के बाग बगीचों और जंगलों को विकसित किया जाए" आपको बता दें सीपीए को पूर्व की शिवराज सरकार ने 2022 में बंद कर दिया था. 

फिलहाल इस मामले पर मुख्य सचिव वीरा राणा ने सीपीए की बैठक के लिए अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी किए हैं, हालांकि सीपीए के विघटन और पुनर्जीवन की बात नहीं की गई है. विधायकों और मंत्री गौर की मांग के बाद देखना होगा की सीएम पुराने सीएम शिवराज का फैसला पलटते हैं या फिर नहीं. 

क्या होता है सीपीए?

सीपीए का गठन 1960 में किया गया था. इसका मूल काम राजधानी की सड़कों को बनाना, उनका रखरखाव, मेंटेनेंस, बाग बगीचों को बनाना, बिल्डिंग बनाना, पुलियों का निर्माण कार्य करना और शहर को खुबसूरती देना जैसे कई काम सीपीए के अंतर्गत आते हैं. सीपीए के तहत ही राजधानी भोपाल में कई सड़कों और भवनों का निर्माण किया गया है.

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