‘ज्ञानवापी को मस्जिद कहना बंद करें, वो भगवान शंकर का मंदिर’ छिंदवाड़ा में बोले धीरेंद्र शास्त्री

रवीशपाल सिंह

07 Aug 2023 (अपडेटेड: Aug 7 2023 12:07 PM)

Dhirendra Krishna Shashtri in Chindwara: मध्य प्रदेश में कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा में रामकथा करने पहुंचे पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने ज्ञानवापी को लेकर बड़ा बयान दिया है. सोमवार को जब उनसे ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने ज्ञानवापी को मस्जिद मानने से इनकार कर दिया. धीरेंद्र शास्त्री ने कहा […]

Dhirendra krishna Shastri Chhindwara news Gyanvapi a mosque temple of Lord Shankar

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Dhirendra Krishna Shashtri in Chindwara: मध्य प्रदेश में कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा में रामकथा करने पहुंचे पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने ज्ञानवापी को लेकर बड़ा बयान दिया है. सोमवार को जब उनसे ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने ज्ञानवापी को मस्जिद मानने से इनकार कर दिया. धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि ज्ञानवापी कोई मस्जिद नहीं है, वह भगवान शंकर का मंदिर है. उसे मस्जिद कहना बंद किया जाना चाहिए.

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दरअसल, कथावाचक धीरेंद्र शास्त्री मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के आमंत्रण पर छिंदवाड़ा के समरिया में श्री रामकथा करने पहुंचे हैं. यहां कमलनाथ खुद और उनके बेटे नकुलनाथ परिवार सहित धीरेंद्र शास्त्री की कथा सुनने पहुंच रहे हैं. इसके अलावा कार्यक्रम क्षेत्र में रोजाना हजारों लोगों की भीड़ भी जुट रही है. बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र शास्त्री ने कहा है कि ज्ञानवापी कोई मस्जिद नहीं है. इसलिए उसे मस्जिद नहीं कहा जाना चाहिए. इतना ही नहीं शास्त्री ने ज्ञानवापी को भगवान शंकर का मंदिर बताया है.

सनातन सबका है, हम सियासी आदमी नहीं हैं: बाबा बागेश्वर

छिंदवाड़ा में आकर अच्छा लगा, हम हमेशा से सब जगह जाते हैं. सनातन सबका है हम सियासी आदमी नहीं है. हमें इससे दूर ही रखा जाये, हम जाति प्रथा समाप्त कर सबको जोड़ रहे हैं. हमें सियासत से दूर ही रखा जाए, कमलनाथ जी धाम भी गए थे, हमारे लिए सब समान हैं पूरा विश्व समान है, जो बालाजी का है वो हमारा है जो हमारे राम का है वो हमारा है हमारा संकल्प पूरा हो रहा है.

हरियाणा के नूंह में हो रही हिंसा पर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा- ‘ये देश का दुर्भाग्य है कि सनातनी हिंदू इस प्रकार का कार्य देख रहे है और ये हो रहा है,इसलिए जागो.’

कमलनाथ के निवास गए, हुई चर्चा

कथा से पहले जब धीरेंद्र शास्त्री छिंदवाड़ा पहुंचे थे तो स्वागत के लिए खुद कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ हवाई पट्टी पर पहुंचे थे. यहां से धीरेंद्र शास्त्री को अपने घर ले गए. वहां पर कमलनाथ ने धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का तिलक लगाकर स्वागत किया. कथा से पहले ही पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के स्वागत में पूरा छिंदवाड़ा शहर पोस्टरों से पटा पड़ा है. इसके साथ ही कमलनाथ और नकुलनाथ के फोटो के साथ कमलनाथ की बनवाई गई 108 फीट ऊंची हनुमानजी की मूर्ति का फोटो भी लगाया गया है.

पहली बार कांग्रेसी नेता ने कराई शास्त्री की कथा

बता दें कि छिंदवाड़ा के सिमरिया में धीरेंद्र शास्त्री की रामकथा के लिए करीब 25 एकड़ जमीन किराये पर ली गई है. सिमरिया में ही कमलनाथ ने 108 फीट ऊंची हनुमानजी की मूर्ति बनवायी है, जिसके साथ ही एक मंदिर भी बनवाया है. इसी मंदिर के पास रामकथा का आयोजन किया जा रहा है. छिंदवाड़ा की मारुति नंदन सेवा समिति के संयोजक आनंद बख्शी, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और सांसद नकुलनाथ धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा के लिए काफी समय से लगे हुए थे. ऐसा पहली बार हो रहा है कि कोई कांग्रेसी नेता धीरेंद्र शास्त्री की कथा का आयोजन कर रहा है.

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