किसका हिंदुत्व कितना मजबूत? छिंदवाड़ा में धीरेंद्र शास्त्री की रामकथा आज से, बीजेपी ने बताया ये इच्छाधारी हिंदू

अमन तिवारी

05 Aug 2023 (अपडेटेड: Aug 5 2023 4:31 AM)

MP Election 2023: मध्यप्रदेश में लगभग 100 दिन बाद विधानसभा चुनाव (Madhya Pradesh) होने वाले हैं. जिसको लेकर राजनैतिक पार्टियां पूरे दम-खम के साथ तैयारी में लगी हुई हैं. चुनावी साल में कांग्रेस (congress) सॉफ्ट हिंदुत्व की राह पर चल रही है. इसी को लेकर लगभग हर विधानसभा (vidhansabha chunav 2023) क्षेत्र में बड़े-बड़े धार्मिक […]

Whose Hinduism is so strong? Dhirendra Shastri's Ram story in Chhindwara from today, BJP told this wishful Hindu

Whose Hinduism is so strong? Dhirendra Shastri's Ram story in Chhindwara from today, BJP told this wishful Hindu

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MP Election 2023: मध्यप्रदेश में लगभग 100 दिन बाद विधानसभा चुनाव (Madhya Pradesh) होने वाले हैं. जिसको लेकर राजनैतिक पार्टियां पूरे दम-खम के साथ तैयारी में लगी हुई हैं. चुनावी साल में कांग्रेस (congress) सॉफ्ट हिंदुत्व की राह पर चल रही है. इसी को लेकर लगभग हर विधानसभा (vidhansabha chunav 2023) क्षेत्र में बड़े-बड़े धार्मिक आयेाजन हो रहे हैं. जिसको लेकर कई तरह के आयेाजन किए जा रहे हैं.  जिसमें रूद्राभिषेक, नर्मदा सेवा यात्रा और कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा (chhindwara) में पंडित धीरेंद्र शास्त्री (Pandit Dhirendra Shastri Chhindwara Visit) की कथा भी शामिल है.  

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कांग्रेस (congress) द्वारा लगातार किए जा रहे इन आयेाजनों से बीजेपी की (bjp) मुश्किलें कितनी बढ़ सकती हैं ये तो आने वाला विधानसभा चुनाव (mp election 2023) ही बताएगा, लेकिन इसके इतर बीजेपी कांग्रेस के इन आयेाजनों को चुनावी स्टंट बता रही है. तो वहीं कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (ex cm kamalnath) का कहना है कि इन आयेाजनों से बीजेपी के पेट में क्यों दर्द हाे रहा है. हमें जिनका भी समय मिलेगा उनका आयोजन कराएंगे.  

कैसा रहेगा धीरेंद्र शास्त्री की कथा का शेड्यूल

इस कथा का आयोजन पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (KamalNath) और उनके बेटे सांसद नकुलनाथ (NakulNath) के सौजन्य से किया जा रहा है. कथा का वाचन बागेश्वर धाम के महंत पं धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Krishna Shashtri) करेंगे. तीन दिवसीय दिव्य कथा का आयोजन 5 अगस्त से 7 अगस्त तक छिंदवाड़ा (Chindwara News) के सिमरिया में किया जा रहा है. यहां एक लाख से ज्यादा लोगों के बैठने की क्षमता वाला एक बड़ा पंडाल बनाया गया है. कथा के लिए 25 एकड़ जमीन किराए पर ली गई है. कथा में शामिल होने के लिए देश भर से लोग आ रहे हैं. आज बागेश्वर धाम के महंत पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की कथा का शुभारंभ होगा, 6 अगस्त को पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री द्वारा दिव्य दरबार लगाया जाएगा. जबकि 7 अगस्त को कथा का समापन होगा

कलश यात्रा में 12-15 हजार महिलाएं शामिल हुईं

कांग्रेस नेता गंगा प्रसाद तिवारी ने बताया कि बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Pandit Dhirendra Shastri Chhindwara Visit) के आने से पहले चिखली ग्राम से कलश यात्रा प्रारंभ हुई. कलश में नर्मदा जल (narmada)  भरकर 12-15 हजार महिलाएं कलश यात्रा के साथ आएंगी. उसी नर्मदा जल का पूजन किया है. इसके बाद 5 अगस्त से महाराजश्री यहां आयेंगे और शाम 4 बजे से 7 बजे तक कथा का आयोजन करेंगे. प्रतिदिन 2 लाख लोगों की आने की संभावना है. उसी तरह से यहां पूरी तैयारी हो रही है. सभी जितने भी संगठन है. सभी मिलकर सहयोग कर रहे है.

धीरेंद्र शास्त्री की कथा के जरिए क्या है कांग्रेस की कोशिश

खुद को हनुमान भक्त कहने वाले कमलनाथ (kamalnath) के गढ़ में आज  धीरेंद्र शास्त्री (dhirendra shashtri) की कथा शुरू होने जा रही है. कांग्रेस इस राम कथा के जरिए अपनी सॉफ्ट हिदुत्व वाली छवि पर बड़ा इम्पैक्ट क्रिएट करना चाहेगी. चुनावी साल (election year) में खुद को बड़ा हिंदु साबित करने का दौर भी लगातार चल ही रहा है. बागेश्वर धाम (bageshwr dham) की कथा से कांग्रेस (congress) को क्या माइलेज मिलेगा ये तो कोई नहीं बता सकता लेकिन 3 दिन तक इस कथा के साथ सियासी कथा जारी रहेगी. इसके लिए सूबे के कई कांग्रेसी विधायकों (congress mla) का डेरा इस समय छिंदवाड़ा में बना हुआ है. जो पूरे कार्यक्रम की तैयारियों की देखरेख कर रहे हैं.

कांग्रेस नेता इच्‍छाधारी हिंदू हैं- नरोत्तम मिश्रा 

गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा (narottam mishra) समय-समय पर कांग्रेस और उसकी हिंदूवादी छवि पर निशाना साधते रहते हैं. उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस (congress) पर हमला करते हुये कहा कि कांग्रेसियों को चुनाव के समय ही भगवान की याद आती है. उनकी जब मर्जी होती है वो हिन्दू (hindu) बन जाते हैं, मंदिरों की परिक्रमा करने लगते हैं. कांग्रेसी इच्छाधारी हिन्दू हैं, अगर वो वाकई सनातन का सम्मान करते हैं तो उन्होंने चार साल तक कथा और पूजा-पाठ क्यों नहीं कराया?

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