Phool Singh Baraiya: कांग्रेस नेता फूल सिंह बरैया ने ऐलान किया था कि यदि बीजेपी 50 से अधिक सीटें जीत जाएगी तो वे भोपाल में राजभवन के गेट के बाहर अपना मुंह काला कर लेंगे. ये चुनौती देने वाले फूल सिंह बरैया तब मुसीबत में फंस गए जब तीन दिसंबर को चुनाव परिणाम सामने आए और बीजेपी 163 सीटें जीत लीं. तभी से फूल सिंह बरैया सवालों के घेरे में थे कि वे अब अपना मुंह काला कब करेंगे. लेकिन फूल सिंह बरैया अपना वादा पूरा करने के लिए गुरुवार को भोपाल में पहुंच गए.
ADVERTISEMENT
भोपाल में फूल सिंह बरैया के साथ पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी साथ थे. इस दौरान फूल सिंह बरैया के साथ बड़े पैमाने पर कांग्रेस समर्थक थे. इसके बाद रोशनपुरा चौराहे पर पहले ईवीएम के पुतले को कालिख पोती गई और बताया गया कि ईवीएम पर उन्हें यकीन नहीं है, इसलिए कालिख पोत रहे हैं. उसके बाद वो काम हुआ, जिस पर सबकी नजर थी.
लोगों को लगा कि फूल सिंह बरैया अपना मुंह काला करेंगे लेकिन उन्होंने सिर्फ काला टीका लगा लिया और प्रतीकात्मक मुंह काला करने की रस्म निभाई. लेकिन अपना मुंह काला नहीं किया और काला टीका लगाकर वहां से निकल गए. इस दौरान भारी संख्या में कांग्रेस समर्थक उनके साथ मौजूद थे.
क्या बोले फूल सिंह बरैया
मुंह पर काला टीका लगाने के बाद फूल सिंह बरैया ने कहा कि लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए कालिख पोती है. मैंने मध्यप्रदेश की जनता से वादा किया था तो उसे निभाना था. इसलिए ये सब किया है. हालांकि दिग्विजय सिंह ने ऐसा करने से मना किया था लेकिन मैंने जो वादा किया है, उसे निभाता हूं और इसलिए मुंह काला करने आया था. हालांकि मुंह काला करने के बजाय वे प्रतीकात्मक रूप से सिर्फ काला टीका लगाकर चले गए. हालांकि उनके एक समर्थक ने बीते दिन ग्वालियर में अपना मुंह काला किया था और ऐलान किया था कि फूल सिंह बरैया के वादे को पूरा करने उन्होंने अपना मुंह काला कर लिया है और अब फूल सिंह बरैया को मुंह काला करने की जरूरत नहीं है.
ये भी पढ़ें– इस्तीफा देने के बाद नरेंद्र सिंह तोमर ने क्यों की अमित शाह से बंद कमरे में मुलाकात, लगने लगे नए कयास
ADVERTISEMENT