MP Congress: मध्यप्रदेश में कांग्रेस इस विधानसभा चुनाव में बुरी तरह से हारी. सिर्फ 66 सीटें ही उसके खाते में आईं. लेकिन कांग्रेस की इतनी बुरी तरह से हार क्यों हुई. इस पर कांग्रेस पार्टी के अंदर मंथन हुआ है और ये नतीजा निकला है कि बड़े पैमाने पर कांग्रेस पार्टी के कई बड़े-छोटे नेताओं ने पार्टी के खिलाफ बगावत की और भितरघात भी किया. जिसकी वजह से कांग्रेस पार्टी की इतनी बुरी हार हुई.
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कांग्रेस पार्टी से बगावत करने वाले और पार्टी के अंदर रहकर भितरघात करने वाले नेताओं को कांग्रेस पार्टी ने चिन्हित कर लिया है. पूर्व मंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता सज्जन सिंह वर्मा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि तकरीबन 150 नेताओं को लेकर बात हुई, जिसमें से 79 नेता ऐसे पाए गए, जो किसी न किसी रूप में चुनाव के दौरान कांग्रेस को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे थे.
सज्जन सिंह वर्मा ने बताया कि चुनाव के दौरान कई नेता कांग्रेस से बगावत करके बीजेपी के टिकट पर चुनावी मैदान में आ गए थे तो कुछ बगावत करके बीजेपी प्रत्याशियों के लिए प्रचार कर रहे थे. वहीं बड़ी संख्या ऐसे नेताओं की भी है जिन्होंने कांग्रेस पार्टी को छोड़ा तो नहीं लेकिन अंदरखाने में वे पार्टी के खिलाफ भितरघात करते रहे. अब ऐसे नेताओं को निष्कासित करने का निर्णय लिया गया है. ऐसे 79 नेताओं को निष्कासित करने को लेकर फाइनल मोहर लगा दी गई है.
10 दिन का नोटिस दिया है, सफाई देने के लिए- सज्जन सिंह वर्मा
सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि हमने इन सभी नेताओं को 10 दिन का नोटिस दिया है. 10 दिन में ये लोग इन आरोपों को लेकर अपनी सफाई दे सकते हैं. यदि आरोपों को लेकर संतोषजनक जवाब इन नेताओं की ओर से नहीं आता है तो फिर इनके खिलाफ निष्कासन की कार्रवाई कर दी जाएगी. हालांकि कई बार पूछने के बाद भी सज्जन सिंह वर्मा ने बगावत करने वाले और भितरघात करने वाले नेताओं के नामों का खुलासा नहीं किया. सज्जन सिंह वर्मा का कहना है कि पहले सभी के जवाब आ जाने दीजिए, उसके बाद सबके नाम सामने आ जाएंगे.
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