Patwari Exam Scam: मध्य प्रदेश की पटवारी परीक्षा में हुई धांधली (Rigging in Patwari Recruitment) की जांच रिपोर्ट 31 अगस्त को आनी है और इसकी जांच हाईकोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस कर रहे हैं, लेकिन मध्य प्रदेश कांग्रेस (MP Congress) इस मुद्दे की आग को शांत नहीं होने देना चाहती है, तभी कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री पीसी शर्मा (PC Sharma) ने भोपाल (Bhopal News) में कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी (BJP GOV) पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
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पीसी शर्मा ने कहा- ‘युवाओं एवं विद्यार्थियों के भविष्य के लिए काल बन चुकी बीजेपी ने युवाओं को बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है. व्यापमं घोटाले की हैट्रिक लगाते हुए व्यापम-3 घोटाला, जो कि पटवारी भर्ती परीक्षा के माध्यम से सामने आया है, इसमें भाजपा के नेताओं ने कितने करोड़ का खेल किया है यह भाजपा को बताना चाहिए.’
पीसी शर्मा ने कहा- ‘बीजेपी की सरकार ने पहले मामले को दबाने की कोशिश की, परंतु कांग्रेस एवं प्रदेश के युवाओं के बढ़ते विरोध को देखकर पहले डराने धमकाने की कोशिश की, पुलिस से लाठीचार्ज कराई गई, और आखिर में सीएम शिवराज चौहान को यह मानना पड़ा कि इस परीक्षा में बड़े पैमाने पर धांधली हुई है. 13 जुलाई को शिवराज सिंह चौहान जी ने ट्वीट के माध्यम से इस भर्ती पर रोक लगाने की बात कही है. 19 जुलाई को इस बाबत एक सदस्यीय जांच आयोग की घोषणा की गई परंतु अभी ऐसी खबरें आई हैं कि जांच आयोग को ठीक से काम नहीं करने दिया जा रहा है.
पटवारी परीक्षा को लेकर क्यों शुरू हुआ बवाल?
पीसी शर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा, मध्य प्रदेश प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (PEB) की पटवारी भर्ती परीक्षा के दिसंबर 2022 से जनवरी 2023 तक फॉर्म भरे गए, पहले तो बड़े पैमाने पर फीस भाजपा सरकार ने इसमें ले ली, इसके बाद चुनावी वर्ष में 15 मार्च से 26 अप्रैल तक इस परीक्षा का आयोजन किया गया, जिसमें बीजेपी के विधायक के कॉलेज में कई सारे सफल अभ्यर्थियों को परीक्षा दिलवाई गई, इसके बाद 1 जुलाई 2023 को भर्ती परीक्षा के परिणाम आए और परिणाम आते ही प्रदेश भर के अभ्यर्थी राज्य सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने लगे.
कांग्रेस ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से पूछे ये 5 सवाल
प्रश्न 1: क्या यह सच है कि एक सदस्यीय जांच आयोग को अभी तक दफ्तर नहीं दिया गया है, यदि दफ्तर नहीं दिया गया है तो क्या व्यापमं के कार्यालय में जाकर भाजपा ने उन्हें जांच करने के लिए निर्देशित किया है? क्या भाजपा कार्यालय में कोई जगह उनको दी जा रही है इस बात का जवाब भाजपा दे?
प्रश्न 2: इस मामले को लेकर जांच आयोग की आड़ में क्या गिरफ्तारियां टालने की कोशिश की गई है? अब तक कितनी गिरफ्तारियां इस मामले में हुई हैं भाजपा इसका जवाब दे?
प्रश्न 3: लाखों बच्चों के भविष्य पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए भर्ती पर रोक लगाई गई तो किन भाजपा नेताओं का इसके पीछे हाथ है?
प्रश्न 4: जांच आयोग की ओर से अब तक क्या कोई प्राथमिक रिपोर्ट जारी की गई है और अगर नहीं तो कब तक यह रिपोर्ट जारी कर दी जाएगी, भाजपा इसका जवाब दे?
प्रश्न 5: 9000 पटवारियों की भर्ती में भारतीय जनता पार्टी ने कितने करोड़ का खेल किया है तथा प्रति पटवारी कितने लाख की बोली लगाई गई है इस बात का जवाब भाजपा और उसके नेता दें?
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