कांग्रेस में प्रत्याशी का जमकर विरोध, कार्यकर्ताओं का फूटा गुस्सा; बीच सड़क पर चल गए लाठी-डंडे

हिमांशु शिवा

26 Oct 2023 (अपडेटेड: Oct 26 2023 10:05 AM)

MP Election 2023: सागर जिले की नरयावली विधानसभा की कांग्रेस में टिकट वितरण के बाद से ही घमासान मचा हुआ है. तीन बार के हारे प्रत्याशी सुरेंद्र चौधरी को फिर से उम्मीदवार बनाए जाने का लगातार विरोध किया जा रहा है.  यहां से दावेदारी करने वाले 6 कांग्रेस नेताओं के द्वारा लगातार उनका विरोध किया […]

Workers protest against Congress candidate Surendra Chaudhary

Workers protest against Congress candidate Surendra Chaudhary

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MP Election 2023: सागर जिले की नरयावली विधानसभा की कांग्रेस में टिकट वितरण के बाद से ही घमासान मचा हुआ है. तीन बार के हारे प्रत्याशी सुरेंद्र चौधरी को फिर से उम्मीदवार बनाए जाने का लगातार विरोध किया जा रहा है.  यहां से दावेदारी करने वाले 6 कांग्रेस नेताओं के द्वारा लगातार उनका विरोध किया जा रहा है.

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एमपी तकविरोध के दौरान ही कांग्रेस से टिकट के दावेदार रहे जिला पंचायत सदस्य शारदा खटीक, प्रदेश महासचिव देवेंद्र तोमर, हीरालाल चौधरी, एड. धन सिंह अहिरवार, लीलाधर अहिरवार और माधवी चौधरी अपने समर्थकों के साथ रैली निकालकर विरोध किया. इसमें वे कांग्रेस प्रत्याशी सुरेंद्र चौधरी और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का पुतला जलाने जा रहे थे. इसी दौरान प्रत्याशी चौधरी के समर्थक पूर्व युवा कांग्रेस अध्यक्ष अशरफ खान अपने साथियों के साथ वहां पहुंचे और पुतला छीनने लगे. इस पर दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हुई. मारपीट के मामले में कांग्रेस नेताओं ने देर रात तक एफआईआर दर्ज नहीं कराई थी.

बता दें कि बुधवार को कांग्रेस प्रत्याशी सुरेंद्र चौधरी नामांकन जमा करने जा रहे थे. तब उनके समर्थक अशरफ खान को कांग्रेस नेताओं के द्वारा विरोध करने की सूचना मिली तो वह अपने कुछ साथियों के साथ वहां पहुंचकर इसका विरोध करने लगे. तब दोनों पक्षों के समर्थक आमने-सामने आ गए और जमकर लाठी डंडे भी चल गए. 

क्या बोले कांग्रेस प्रत्याशी सुरेंद्र चौधरी?

नरयावली से कांग्रेस प्रत्याशी सुरेंद्र चौधरी मीडिया से बातचीत के दाैरान कहा “मैं पुनः अपील करता हूं. उन सारे लोगों से कि यह व्यक्तिगत सुरेंद्र चौधरी ने फैसला नहीं लिया है. यदि आपके मन में गुस्सा है मलाल है तो बैठकर आपस में बात करें. इस तरीके से आपस में मतभेद से भारतीय जनता पार्टी को फायदा पहुंचता है. मेरी सबसे गुजारिश है इसका हल करने के लिए हाईकमान का निर्णय करना है. कोई हमें निर्णय नहीं करना है. हमने उनसे कहा था हम में से किसी को भी टिकट मिल जाए हमें आपस में नहीं लड़ना. हमें भारतीय जनता पार्टी से लड़ना है. सरकार की दुशासन नीतियों से लड़ना है. बावजूद इसके एक लोकतांत्रिक तरीका नहीं है. इस तरीके से कई घटना घट रही है शासन और प्रशासन भेदभाव में कार्रवाई कर रहा है. मुझे बेहद दुख है वह उनके बहकावे में ना आए चूंकि कांग्रेस जीत रही है. 

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