कांग्रेस से टिकट मिलते ही इस विधायक ने कर दिया सिंधिया पर बड़ा खुलासा, कमलनाथ से डील पर भी बोले

एमपी तक

15 Oct 2023 (अपडेटेड: Oct 15 2023 9:59 AM)

Gwalior East Assembly seat: ग्वालियर पूर्व विधानसभा सीट से कांग्रेस ने एक बार फिर से सतीश सिकरवार पर भरोसा जताया है. सतीश सिकरवार लंबे समय तक भाजपा में रहे हैं लेकिन 2018 में टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने बीजेपी छोड़ दी थी और कांग्रेस में शामिल हो गए थे और इसके बाद 2020 के उपचुनाव […]

MP Congress, Satish Sikarwar, Gwalior East Assembly seat, Jyotiraditya Scindia, Gwalior-Chambal division, MP Election 2023

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Gwalior East Assembly seat: ग्वालियर पूर्व विधानसभा सीट से कांग्रेस ने एक बार फिर से सतीश सिकरवार पर भरोसा जताया है. सतीश सिकरवार लंबे समय तक भाजपा में रहे हैं लेकिन 2018 में टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने बीजेपी छोड़ दी थी और कांग्रेस में शामिल हो गए थे और इसके बाद 2020 के उपचुनाव में वे कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े और जीते थे. सतीश सिकरवार ने इस दौरान एमपी तक से खास बातचीत में कहा कि कांग्रेस की इस बार लहर चल रही है और कांग्रेस 170 सीटों के साथ मध्यप्रदेश में सरकार बनाने जा रही है.

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एमपी तक से बात करते हुए सतीश सिकरवार ने बीजेपी और सिंधिया की रणनीति को लेकर भी बड़े खुलासे किए. सतीश सिकरवार का कहना है कि अब राजा-महाराजा का दौर गया. जनता राजा-महाराजा नहीं बल्कि उनके बीच रहने वाला आम आदमी चाहती है. सिंधिया 15 दिन में हवाई यात्रा करते हुए आते हैं, फिर वापस दिल्ली चले जाते हैं. जनता इनको कहां तलाश करेगी. जनता चाहती है कि उनका नेता उनके बीच का हो.

सिंधिया को लेकर सतीश सिकरवार दावा करते हैं कि यदि सिंधिया को ग्वालियर पूर्व से भी बीजेपी चुनाव में खड़ा कर देती है तो भी वे उनको हरा देंगे. अब उनके सामने सिंधिया आ जाएं या फिर कोई ओर कांग्रेस को फर्क नहीं पड़ने वाला है. कांग्रेस बड़े मार्जिन से ग्वालियर पूर्व सहित लगभग सभी सीटों पर जीत दर्ज करने जा रही है.

महल मेरी विधानसभा क्षेत्र में, लेकिन उनकी राजनीति यहां फेल है- सतीश सिकरवार

सतीश सिकरवार ने कहा कि जयविलास पैलेस यानी सिंधिया महल मेरी विधानसभा क्षेत्र में आता है. लेकिन महल की राजनीति ग्वालियर पूर्व विधानसभा क्षेत्र में फेल है. महल द्वारा बनाए गए कैंडिडेट को 2020 के उपचुनाव में ही जनता ने नकार दिया था. महल की राजनीति मेरी विधानसभा क्षेत्र में नहीं चल पाएगी. आपको बता दें कि 2020 के उपचुनाव में सतीश सिकरवार ने सिंधिया गुट के मुन्नालाल गोयल को विधानसभा चुनाव में हराया था.

कमलनाथ से हुई फायदे की डील- सतीश सिकरवार

सतीश सिकरवार ये भी बताते हैं कि जो होता है, अच्छे के लिए ही होता है. 2018 में बीजेपी ने मौका नहीं दिया तो वे कांग्रेस में आ गए और कमलनाथ को मुझसे और मुझे कमलनाथ से फायदा हुआ है. ये फायदे की डील है. आप देख लें इस समय कांग्रेस की लहर चल रही है. हम ग्वालियर-चंबल संभाग की अधिकतर सीटों पर जीत दर्ज करने जा रहे हैं.

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