MP Politics: मध्यप्रदेश के पांढुर्ना में पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ कमलनाथ ने छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का लोकार्पण किया. इस लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और शिवसेना-उद्धव गुट के प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे भी मौजूद थे. इस दौरान कमलनाथ ने इमरजेंसी को लेकर एक विवादित बयान दे दिया. कमलनाथ ने कहा कि जब इंदिरा गांधी ने देश में इमरजेंसी लगाई थी तो उनके बेटे संजय गांधी ने उस इमरजेंसी के फैसले पर सपोर्ट लेने के लिए बाला साहेब ठाकरे के पास उनको भेजा था.
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कमलनाथ ने कहा कि इमरजेंसी को लेकर पूरे देश में विरोध था तो संजय गांधी ने उनको सपोर्ट के लिए बाला साहेब ठाकरे के पास भेजा था. कमलनाथ बोले, मैंने इमरजेंसी के फैसले पर बाला साहेब ठाकरे को बोला कि कोई भी इमरजेंसी को सपोर्ट नहीं कर रहा है तो बाला साहेब ठाकरे ने कहा कि मैं इमरजेंसी के इस फैसले का सपोर्ट करता हूं और शिवसेना इस पर अपना समर्थन देगी.
कमलनाथ ने कहा कि इससे पहले मैं कभी भी बाला साहेब ठाकरे से नहीं मिला था और मैं उनको जानता भी नहीं था. लेकिन पहली ही मुलाकात ढाई घंटे तक चली और उन्होंने खुलकर इमरजेंसी के फैसले पर समर्थन दिया. राजनीति के जानकार अब कह रहे हैं कि कमलनाथ ने इमरजेंसी का जिक्र छेड़कर खुद ही बीजेपी को मौका दे दिया है और वे कमलनाथ के इस बयान को लेकर राजनीतिक मुद्दा भी खड़ा कर सकते हैं.
आदित्य ठाकरे ने पूछा, कमलनाथ जी आप कब शपथ ले रहे हैं
कार्यक्रम में मौजूद आदित्य ठाकरे ने कहा कि मैं चाहता हूं कि कमलनाथ मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बनें और उनकी जीत की पूरी उम्मीद है. आदित्य ठाकरे ने कहा कि मैं जानना चाहता हूं कि कमलनाथ कब मुख्यमंत्री पद की शपथ ले रहे हैं. मुझे शपथ ग्रहण समारोह की तारीख जानना है. आदित्य ठाकरे ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि विपक्ष ने गठबंधन का नाम इंडिया रख दिया तो देश का नाम बदलने पर ही बीजेपी उतर आई. मैं चाहता हूं कि जब कमलनाथ मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बनें तो हम अपना चिन्ह कमलनाथ जी के नाम पर रख लेंगे तो क्या केंद्र सरकार चुनाव चिन्ह ही बदल देगी.
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