MP कांग्रेस की ओपन हार्ट सर्जरी के बाद क्या बीमारी ठीक होगी? ठंडे नेता कैसे फूंकेंगे पार्टी में जान

एमपी तक

26 Dec 2023 (अपडेटेड: Dec 26 2023 12:57 PM)

मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की बुरी हार के बाद पार्टी की ओपन हार्ट सर्जरी की गई है. पहले मध्यप्रदेश के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला को हटाकर भंवर जितेंद्र सिंह को मध्यप्रदेश कांग्रेस का प्रभारी बनाया गया और अब भंवर जितेंद्र सिंह ने मध्यप्रदेश कांग्रेस की पूरी कार्यकारिणी को ही भंग कर दिया.

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MP Congress: मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की बुरी हार के बाद पार्टी की ओपन हार्ट सर्जरी की गई है. पहले मध्यप्रदेश के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला को हटाकर भंवर जितेंद्र सिंह को मध्यप्रदेश कांग्रेस का प्रभारी बनाया गया और अब भंवर जितेंद्र सिंह ने मध्यप्रदेश कांग्रेस की पूरी कार्यकारिणी को ही भंग कर दिया. इसके बाद कांग्रेस नेताओं की मीटिंग का एक फोटो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें कांग्रेस के सभी बड़े और दिग्गज नेता मुंह लटकाकर, उतरे कंधों के साथ और बिल्कुल हतोत्साहित हालत में दिखाई दे रहे हैं.

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फोटो खुद एमपी कांग्रेस ने जारी किया है लेकिन लोग अब इन फोटो पर ट्रोलबाजी कर रहे हैं. लेकिन यहां सबसे बड़ा सवाल ये है कि मध्यप्रदेश कांग्रेस की पूरी कार्यकारिणी को भंग करने के बाद क्या ठंडे नेता पार्टी में फिर से नई जान फूंक पाएंगे. फोटो को देखकर तो स्पष्ट लग रहा है कि प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में बड़े-बड़े नेताओं के भी हौसले फिलहाल पस्त हैं.

कांग्रेस कार्यालय में हुई इस मीटिंग में ही कई जिलों के नेताओं ने अपने जिलाध्यक्षों और टिकट नहीं पाने वाले नेताओं पर तरह-तरह के आरोप लगाए. भंवर जितेंद्र सिंह को बताया गया कि किस तरह से कई नेताओं ने जिनको टिकट नहीं मिला, उन्होंने पार्टी के खिलाफ काम किया. किस तरह से कांग्रेस पार्टी को चुनाव के दौरान भितरघात का सामना करना पड़ा.

बूथ से लेकर मंडल और जिला अध्यक्षों के चुनाव में करनी पड़ेगी मशक्कत

फिलहाल तो भंवर जितेंद्र सिंह ने पूरी कार्यकारिणी को भंग कर दी है और नई कार्यकारिणी चुने जाने तक वर्तमान जिला अध्यक्ष ही काम करते रहेंगे लेकिन अब नई नियुक्तियां होंगी. नए जिला अध्यक्ष से लेकर मंडल और बूथ अध्यक्ष तक चुने जाने में कांग्रेस नेताओं को खासा मशक्कत करना पड़ेगी. लेकिन जिन नए नेताओं को कार्यकारिणी में शामिल कर नई जिम्मेदारियां दी जाएंगी, क्या उनमें वो जोश और जज्बा होगा, जिसकी कांग्रेस पार्टी को जरूरत है. क्या वे नेता पूरे पांच साल तक एक मजबूत विपक्ष के रूप में मध्यप्रदेश की सड़क से लेकर विधानसभा तक दिखाई देंगे, ये वो सवाल हैं, जिनके जवाब तो फिलहाल कांग्रेस नेताओं के पास भी नहीं है और जैसा फोटो कांग्रेस नेताओं का सामने आया है, उसे देखकर तो यही लगता है कि कांग्रेस फिलहाल गहरे डिप्रेशन में है.

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