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Cabinet Minister Salary: कैबिनेट मंत्री को कितनी मिलती है तनख्वाह? जानें क्या-क्या मिलती हैं सुविधाएं?

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जानिए कैबिनेट मंत्री की सैलरी
जानिए कैबिनेट मंत्री की सैलरी
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देश में नरेंद्र मोदी ने लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली है. इस बार बीजेपी की कम सीटें मिलने के कारण सहयोगी दलों के समर्थन से सरकार का गठन हुआ है. पूरे देश में मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी का प्रदर्शन शानदार रहा है. यही कारण है कि शानदार प्रदर्शन का ईनाम भी मध्य प्रदेश को दिया गया है. मोदी कैबिनेट में शिवराज सिंह चौहान, वीरेंद्र खटीक और ज्योतिरादित्य सिंधिया को शामिल किया गया. इसके बाद से ही कैबिनेट मंत्री की सैलरी और उनके भत्ते के साथ ही मिलने वाली सुविधाओं को लेकर चर्चा हो रही है. आइये जानते हैं कि केंद्रीय कैबिनेट मंत्री को कितनी सैलरी मिलती है.     

किन्हें मिला कौन सा पद?

1. शिवराज सिंह चौहान को कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री; तथा ग्रामीण विकास मंत्री बनाया गया हैं. 
2. ज्योतिरादित्य सिंधिया  को संचार मंत्री और पूर्वोत्तर क्षेत्र  विकास मंत्री बनाया गया हैं.
3. वीरेंद्र खटीक को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री बनाया गया हैं.

तीनों में क्या होता है अंतर?

  • कैबिनेट मंत्रीः ऐसे मंत्री सीधे प्रधानमंत्री को रिपोर्ट करती हैं. इन्हें जो भी मंत्रालय दिया जाता है, उसकी पूरी जिम्मेदारी उनकी ही होती है. कैबिनेट मंत्री को एक से ज्यादा मंत्रालय भी दिए जा सकते हैं. कैबिनेट मंत्री का बैठकों में शामिल होना जरूरी होता है. सरकार अपने सभी फैसले कैबिनेट बैठक में ही लेती है. 
  • राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार): कैबिनेट मंत्री के बाद स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री होते हैं. इनकी भी सीधी रिपोर्टिंग प्रधानमंत्री को ही होती है. इनके पास अपना मंत्रालय होता है. ये कैबिनेट मंत्री को रिपोर्ट नहीं करते. स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्रियों कैबिनेट बैठक में शामिल नहीं होते. 
  • राज्य मंत्रीः कैबिनेट मंत्री की मदद के लिए राज्य मंत्री बनाए जाते हैं. इनकी रिपोर्टिंग कैबिनेट मंत्री को होती है.  एक मंत्रालय में एक से ज्यादा भी राज्य मंत्री बनाए जा सकते हैं. कैबिनेट मंत्री की गैरमौजूदगी में मंत्रालय की सारी जिम्मेदारी राज्य मंत्री की होती है. राज्य मंत्री भी कैबिनेट बैठक में शामिल नहीं होते. 

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ये मिलती हैं सुविधाएं

मंत्री बनने के साथ ही इन सभी मंत्रियों को दिल्ली में बंगला और सहायक से लेकर अन्य सुविधाएं और वेतन-भत्ते मिलने लगते हैं. मंत्रियों के निजी सहायक भी दिए जाते हैं, जो जरूरी नहीं कि सरकारी अधिकारी या कर्मचारी ही हो. मंत्री अपनी इच्छा से निजी सहायक नियुक्त कर सकते हैं. इसके अलावा सरकारी अधिकारी और कर्मचारी तो इनकी मदद के लिए होते ही हैं. इनकी कोठियों की देखभाल का जिम्मा भी सरकारी खर्च पर उठाया जाता है. मंत्रियों को ट्रेन के एसी फर्स्ट क्लास में चाहे जितनी यात्राओं की छूट होती है.

आइये जानते हैं केंद्रीय मंत्रियों की सैलरी और कितना मिलता हैं उन्हें भत्ता?

कैबिनेट मंत्री की सैलरी?
 
•कैबिनेट मंत्री का पद बहुत ताकतवर माना जाता है. कैबिनेट मंत्री सीधा प्रधानमंत्री को रिपोर्ट करते हैं.
* कैबिनेट बैठक में ही देश के सारे बड़े फैसले लिए जाते है.
* कैबिनेट मंत्री को 1 लाख रुपए महीना सैलरी,  70000 निर्वाचन भत्ता, 6000 रुपए ऑफिस खर्च, 2000 रुपए सरकार भत्ता दिया जाता है.
* संसद सत्र के दौरान 2000 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से मिलता है. 
* यानी एक कैबिनेट मंत्री को 2.32 लाख हर महीने मिलते है.
* सैलरी पर टैक्स लगता है पर भत्ते पर नही लगता है.

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एक MP को 2.30 लाख भत्ता हर महीने मिलता है, वहीं PM को 2.33 लाख सैलरी और सरकारी भत्ता 3000 रुपए मिलता है.

 

मोदी कैबिनेट 3.0

नरेंद्र मोदी सरकार 3.0 के कैबिनेट मंत्रियों का पोर्टफोलियो भी डिपेंट करता है कि मंत्री कितना ताकतवर होगा.  मध्य प्रदेश के 5 मंत्रियों का नाम शामिल है. केंद्रीय मंत्रियों में पहली बार शिवराज सिंह चौहान को मोदी कैबिनेट में जगह दी गई है. इसके साथ ही सिंधिया और वीरेंद्र खटीक फिर से कैबिनेट मंत्री बने हैं. तो वहीं सावित्री ठाकुर और दुर्गादास उईके को राज्यमंत्री बनाया गया है.

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