जेल से बाहर आते ही पन्ना की महारानी ने इस मंत्री पर लगाए गंभीर आरोप, क्या है जुगल किशोर मंदिर विवाद मामला?
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Panna News: जुगल किशोर मंदिर (Jugal kishore Mandir) विवाद में जेल से बाहर आने के बाद पन्ना राजघराने की राजमाता जीतेश्वरी देवी (Jiteshwari Devi) का बयान सामने आया है. उन्होंने वीडियो जारी कर मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह (Brijendra Pratap Singh) पर गंभीर आरोप लगाए हैं. जीतेश्वरी देवी ने कहा कि मुझे मंदिर में विधवा कह कर अपमानित किया गया. दारू पीने के आरोप लगाए गए, जबकि ऐसा कुछ नहीं था. उन्होंने पूरे घटनाक्रम को शुरुआत से बयां किया है.
जीतेश्वरी देवी ने आरोप लगाते हुए कहा कि इसके पीछे मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह का हाथ है जो काफी टाइम से प्रताड़ित करते आ रहे हैं.वो कम से कम भगवान को तो डरें. जीतेश्वरी देवी ने कहा कि जब हम सुबह आवेदन बनाकर एसपी साहब के यहां आवेदन देने जा रहे थे तभी पुलिस हमें उठा ले गई और हमारी फिर थाने में ही एमएलसी करवाई गई. हमने पुलिस से बोला कि यह धाराएं जमानती हैं तो जमानत यही दे दीजिए. पुलिस ने कहा कि कोर्ट ले जाना होगा.
मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह पर लगाए आरोप
जीतेश्वरी देवी ने शिवराज सरकार (Shivraj Govt) के खनिज साधन एवं श्रम मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह को वीआईपी कल्चर की आदत है. वह उन्हें काफी समय से प्रताड़ित करते आ रहे हैं. जीतेश्वरी देवी ने कहा, ‘उन्हें मंदिर जाने पर गंदी-गंदी गालियां दी गई और विधवा भी कहा गया. उस दिन मंदिर के अंदर कई लोग उपद्रवी भी मौजूद थे.आरती पुजारी से मांगी तो उन्होंने आरती देने से मना कर दिया और इतने में लोग चिल्ला चोट करने लगे और आरोप लगाए कि मैं आरती में कूदने वाली थी, बाद में पुलिस आ गई और हमको बाहर कर दिया. मुझ पर दारू पीकर मंदिर आने के आरोप लगाये गए, जबकि ऐसा कुछ नहीं था.’
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ऐसे हुई मामले की शुरुआत
जीतेश्वरी देवी ने कहा कि पन्ना (Panna) मंदिरों की नगरी है और यहां पर दो-ढाई साल से कंट्रोवर्सी चल रही है. मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह को वीआईपी कल्चर की आदत है. यह रथ यात्रा के समय से चालू हुआ है. वह VIP गेस्ट को लेकर आते हैं. कुछ दिनों पहले बलदाऊ मंदिर में दो चवर निकाली गई, जिसमें एक महाराज को और एक मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह को दी गयी थी. जबकि एक ही चवर रहती है, जो राजपरिवार डुलाते हैं. उसके बाद जन्माष्टमी के दिन भगवान जुगल किशोर मंदिर में महाराज साहब को मंदिर के अंदर नहीं जाने दिया गया, तो वह जुगल किशोर मंदिर गई और पुजारी से चवर मांगे. इसके बाद सारा ये सारा मामला सामने आया. बता दें कि इस मामले में मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह की कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है.
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