MP News: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के दौरान कई अधिकारियों ने अपनी सरकारी नौकरी छोड़कर राजनीति में आने का फैसला लिया. लोग राजनीति में आने के लिए ग्रेड-1 तक की नौकरी छोड़ चुके हैं. तो वहीं दूसरी तरफ गुना में एक अजब ही वाकया देखने को मिला है. यहां सरकारी नौकरी की चाहत ने बीजेपी नेता को राजनीति से दूर कर दिया है. उन्होंने सरकारी नौकरी मिलते ही जनसेवा से तौबा कर लिया है. उन्हें राजनीति से ज्यादा सरकारी नौकरी में अपना भविष्य सुरक्षित लगा यही कारण कारण है कि उन्होंने राजनीति को अलविदा कह दिया है.
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जानकारी के मुताबिक गुना के अतुल सिंह गौड़ 2022 में नगरीय निकाय चुनाव में वार्ड क्रमांक 30 से पार्षद का चुनाव लड़े थे. बीजेपी के अधिकृत प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ते हुए पार्षद चुने गए थे, लेकिन अतुल का राजनीति से मन ऊब गया. अतुल सिंह गौड़ सरकारी नौकरी के लिए मेहनत कर रहे थे. मेहनत रंग भी लाई और अतुल का चयन छत्तीसगढ़ के मनेन्द्रगढ़ में इनकम टैक्स विभाग में स्टेनो के पद पर हो गया.
सरकारी नौकरी में चयन होने के बाद बीजेपी नेता अतुल ने राजनीति से तौबा करते हुए पद से इस्तीफा दे दिया है. अतुल ने कलेक्टर को लिखित आवेदन देते हुए इस्तीफे की पेशकश की है. नगरपालिका परिषद के वार्ड क्रमांक 30 के पार्षद अतुल सिंह के इस्तीफे के बाद उपचुनाव की संभावना बन गई है.
क्या बोले अतुल?
सरकारी नौकरी की चाहत में राजनीति को अलविदा कहने वाले अतुल ने बताया कि वे काफी समय से नौकरी के लिए प्रयासरत थे. राजनीति के माध्यम से जनसेवा भी की है, लेकिन अब उनका चयन इनकम टैक्स विभाग में हो गया है. इसलिए वे सरकारी नौकरी को प्राथमिकता देते हुए इस्तीफा दे रहे हैं. अब इनकम टैक्स में रहकर वे जनता और देश की सेवा करना चाहते हैं.
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