सीएम के ग्वालियर दौरे पर कैसे उड़ी आर्मी मेजर के अपहरण की खबर, नाराज हुए भूतपूर्व सैनिक, ऊर्जा मंत्री को घेरा
ADVERTISEMENT
Gwalior Army Major kidnapping rumor: ग्वालियर में सीएम मोहन यादव बीते गुरुवार को पहुंचे थे, जहां पर उनके काफिले के निकलने के दौरान कुछ ऐसा हुआ, जिसकी वजह से आर्मी के मेजर रैंक के अफसर के अपहरण किए जाने की खबर तेजी से फैल गई. इस घटना से नाराज होकर भूतपूर्व सैनिकों ने शुक्रवार को ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर का घेराव कर डाला.
ग्वालियर में भूतपूर्व सैनिकों ने मेजर के साथ हुई मारपीट के विरोध में शुक्रवार को ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर के बंगले पर पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया और मेजर के साथ मारपीट करने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की. भूतपूर्व सैनिक जब ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर की बातों से संतुष्ट नहीं हुए तो, उन्होंने जमकर नारेबाजी भी की.
भूतपूर्व सैनिकों का गुस्सा देखकर ऊर्जा मंत्री अपनी गाड़ी में बैठकर निकल गए. यह पूरा घटनाक्रम गुरुवार की रात को शुरू हुआ था, जब सेना के मेजर आशीष चौहान अपने परिवार के साथ अपने घर जा रहे थे. जोधपुर में पदस्थ मेजर आशीष चौहान इन दिनों छुट्टी पर अपने घर ग्वालियर आए हुए हैं. गुरुवार को वे अपनी बेटी को अस्पताल से दिखाकर कार में बैठकर अपने घर की तरफ शताब्दीपुरम जा रहे थे.
बदमाशों को पकड़ने में ट्रैफिक पुलिसकर्मी की आनाकानी से हुआ बड़ा विवाद
एमआईटीएस कॉलेज के पास एक तेज रफ्तार इनोवा कार ने मेजर की गाड़ी को टक्कर मार दी. मेजर ने इनोवा कार चालक को पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन वह सफल नहीं हो सके. इसके लिए उन्होंने मौके पर ड्यूटी दे रहे ट्रैफिक पुलिस कर्मी से मदद मांगी, लेकिन वहां से कुछ ही देर में सीएम मोहन यादव का काफिला गुजरने वाला था, इसलिए ट्रैफिक पुलिस कर्मी ने इनोवा कार चालक को पकड़ने में असर्मथता जताई. इसी बात को लेकर मेजर आशीष चौहान का ट्रैफिक पुलिस कर्मी के साथ विवाद शुरू हुआ और इसके बाद दोनों के बीच मारपीट तक हो गई.
ADVERTISEMENT
यह भी पढ़ें...
ऐसे उड़ी मेजर के अपहरण की अफवाह
वहां सिविल ड्रेस में मौजूद पुलिसकर्मियों ने मेजर को पकड़ लिया और अपनी गाड़ी में बिठाकर गोले का मंदिर थाने ले गए. मेजर के साथ मौजूद उनके परिजनों को लगा कि मेजर का किडनैप हो गया है, इसलिए उन्होंने तुरंत अपने रिश्तेदारों को सूचना दे दी. मेजर के रिश्तेदार मौके पर पहुंच गए और हंगामा करने लगे. कुछ देर बाद उन्हें मालूम हुआ कि मेजर का किडनैप नहीं हुआ है, बल्कि पुलिस उन्हें पकड़ कर ले गई है.
पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने दिया दखल, तब शांत हुआ मामला
इसके बाद मेजर के परिजन और भूतपूर्व सैनिक थाने पहुंच गए. यहां मेजर के साथ हुए घटनाक्रम के विरोध में मेजर के परिजन और भूतपूर्व सैनिकों ने पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की. हंगामा होते तक देख मौके पर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी पहुंच गए. इसके बाद पुलिस ने मिलिट्री पुलिस को भी थाने पर बुला लिया. काफी देर तक यहां हंगामा होता रहा. बाद में दोनों पक्षों के बीच सुलहनामा हो गया और मेजर अपने घर चले गए.
ADVERTISEMENT
मेजर के साथ हुई घटना से नाराज हैं भूतपूर्व सैनिक
शुक्रवार की सुबह भूतपूर्व सैनिक एकजुट होकर ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर के बंगले पर पहुंच गए. यहां उन्होंने ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर से दोषी पुलिस कर्मियों को निलंबित करते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की. ऊर्जा मंत्री ने उन्हें उचित कार्रवाई करवाने का भरोसा भी दिया, लेकिन ऊर्जा मंत्री की बातों से भूतपूर्व सैनिक संतुष्ट ने नहीं हुए और उन्होंने नारेबाजी करना शुरू कर दिया.
ADVERTISEMENT
मौके पर हंगामा होने लगा. इसके बाद ऊर्जा मंत्री अपनी गाड़ी में बैठकर बंगले से निकल गए. हालांकि ऊर्जा मंत्री ने जाते-जाते मीडिया से बातचीत में कहा, कि वे इसमें उचित कार्रवाई करवाएंगे, इसके संबंध वे अधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे. भूतपूर्व सैनिकों ने इस बात की चेतावनी दी है कि अगर मेजर के साथ मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की तो, पूरे मध्य प्रदेश में आंदोलन किया जाएगा.
ये भी पढ़ें- भोपाल से हैदराबाद जा रही यात्री बस पांढुर्णा में पलटकर खाई में गिरी, भयानक घटना में अब तक 5 की मौत, 39 गंभीर
ADVERTISEMENT