कमलनाथ के इस्तीफे के बाद कौन संभालेगा प्रदेश कांग्रेस की कमान? ये कद्दावर नेता हैं दावेदार
ADVERTISEMENT
MP Election 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों (madhya pradesh Vidhansabha chunav) में कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी मंथन में जुटी हुई है. इस बीच खबर सामने आयी थी कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने पार्टी के सामने अपने इस्तीफे की पेशकश की है. हालांकि अभी उन्होंने इस्तीफा दिया नहीं है, लेकिन बड़ा सवाल ये है कि अगर कमलनाथ (kamalnath) पीसीसी चीफ के पद से अपना इस्तीफा देते हैं को मध्य प्रदेश कांग्रेस की कमान कौन संभालेगा? आइए जानते हैं…
राजनीतिक जानकारों के मुताबिक जल्द ही मध्य प्रदेश को नया पीसीसी चीफ मिल सकता है.सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस (Congress) किसी युवा चेहरे को मौका देना चाहती है. ऐसे में तीन नामों को लेकर चर्चाएं हो रही हैं. इनमें पहला नाम उमंग सिंघार (Umang Singhar) है और दूसरा नाम जीतू पटवारी (jitu Patwari) का है. वहीं पहले पीसीसी की कमान संभाल चुके अरुण यादव के नाम को लेकर भी विचार किया जा रहा है.
जीतू पटवारी या उमंग सिंघार?
जीतू पटवारी और उमंग सिंघार दोनों कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष के लिए चर्चा में बने है. उमंग सिंघार आदिवासी चेहरा हैं. 2023 के विधानसभा चुनावों में भाजपा को आदिवासी अंचल में भी नुकसान उठाना पड़ा, ऐसे में उमंग सिंघार को पीसीसी की कमान सौंपना फायदेमंद साबित हो सकता है. वहीं युवा नेता जीतू पटवारी का नाम भी चर्चाओं में है. भलें ही जीतू पटवारी विधानसभा चुनाव में कमाल नहीं दिखा सके, लेकिन युवा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष रहते हुए उन्होंने अच्छी भूमिका निभाई थी. ऐसे में पार्टी पटवारी को पीसीसी की कमान सौंप सकती है. वहीं युवा नेताओं की लिस्ट में जयवर्धन सिंह का नाम भी सामने आ रहा है.
अरुण यादव को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा भी जोरों से हैं. वे पहले भी पीसीसी की कमान संभाल सकते हैं. ऐसे में अरुण यादव अनुभवी चेहरा हैं, वे समन्वय बनाकर चलते हैं.
ADVERTISEMENT
यह भी पढ़ें...
कमलनाथ ने की इस्तीफे की पेशकश
सूत्रों के अनुसार दिल्ली में खड़गे और राहुल गांधी से मुलाकात की. इस दौरान कमलनाथ ने पीसीसी चीफ के पद से इस्तीफे की पेशकश की थी. इस दौरान केसी वेणुगोपाल मौजूद रहे. जिसके बाद आलाकमान ने उन्हें तब तक पद पर बने रहने को लेकर कहा, जब तक कि पार्टी मध्य प्रदेश में किसी नए चेहरे की नियुक्ति नहीं कर देती है. मध्य प्रदेश में कमलनाथ लंबे समय से प्रदेश अध्यक्ष पद पर हैं, और इस चुनाव में वे ही पार्टी का मुख्य चहरा थे. इसी कारण उन्होंने अपनी हार के बाद इस्तीफे की पेशकश की है.
ये भी पढ़ें: मध्य प्रदेश को मिलेगा नया कांग्रेस चीफ? कमलनाथ ने दिल्ली में कर दी ये बड़ी पेशकश!
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT