डोनर मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के पहले नॉर्थ-ईस्ट दौरे पर क्या कर रहे हैं MP के ये कैबिनेट मंत्री, माजरा क्या है?

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Cabinet Minister Govind Singh Rajput with Scindia
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केंद्रीय डोनर मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया मंत्री बनने के बाद पहली बार नॉर्थ-ईस्ट के दौरे पर असम पहुंचे

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इस दौरे में सिंधिया से ज्यादा उनके समर्थक गोविंद सिंह राजपूत की चर्चा हो रही है

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लोग जानना चाहते हैं कि आखिर सिंधिया के नॉर्थ-ईस्ट के इस दौरे पर उनकी मौजूदगी वहां पर क्यों है

Jyotiraditya Scindia: केंद्रीय डोनर मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया मंत्री बनने के बाद पहली बार नॉर्थ-ईस्ट के दौरे पर असम पहुंचे. यहां वे मेघालय के सीएम से मुलाकात कर राज्य के विकास कार्यों को लेकर चर्चा करेंगे. लेकिन इस दौरे में सिंधिया से ज्यादा उनके समर्थक गोविंद सिंह राजपूत की चर्चा हो रही है, जो मप्र सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं. लोग जानना चाहते हैं कि आखिर सिंधिया के नॉर्थ-ईस्ट के इस दौरे पर उनकी मौजूदगी वहां पर क्यों है.

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया शुक्रवार को असम पहुंचे थे. दो दिन असम और मेघालय दौरे पर रहेंगे. पूर्वोतर भारत विकास मंत्रालय के प्राजेक्ट्स को लेकर वे बैठक करेंगे. शुक्रवार को मेघालय के सीएम के साथ नॉर्थ ईस्ट किसानों को ग्लोबल मार्केट से जोड़ने के लिए NE RACE पोर्टल व एप को लांच भी करेंगे.

आपको बता दें कि भारत सरकार ने नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों के विकास के लिए बकायदा एक मंत्रालय बनाया है, जिसे डोनर यानी DoNER (Development of North Eastern Region) कहा जाता है. नए मंत्रीमंडल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मंत्रालय की जिम्मेदारी केंद्रीय टेलीकॉम मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को सौंपी है. सिंधिया ने अपने इस दौरे के दौरान कहा कि उनका नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों के साथ पुराना नाता है.

गोविंद सिंह राजपूत की मौजूदगी ने चौंकाया

मप्र की मोहन यादव सरकार में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री गोविंद सिंह राजपूत सिंधिया के कट्‌टर समर्थक हैं. सिंधिया कोटे से ही मप्र की मोहन यादव सरकार में वे कैबिनेट मंत्री हैं. लेकिन नॉर्थ-ईस्ट राज्यों के दौरे के दौरान सिंधिया के साथ उनकी मौजूदगी ने लोगों को चौंका दिया.

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सवाल खड़े हुए कि केंद्रीय मंत्री के दौरे में मप्र के कैबिनेट मंत्री साथ क्यों गए. यह सही है कि वे सिंधिया समर्थक हैं लेकिन इस समय सिंधिया भारत सरकार के मंत्री हैं और यदि वे भारत के किसी क्षेत्र का दौरा करते हैं तो क्या यह जरूरी है कि उनके समर्थक मंत्री-विधायक भी उन स्थानों का दौरा करेंगे और यदि करेंगे तो उनकी भूमिका इस दौरान क्या होगी. ऐसे तमाम सवाल हैं जो सिंधिया के साथ गोविंद सिंह राजपूत की मौजूदगी के बाद से खड़े हो रहे हैं.

सिंधिया ने नॉर्थ-ईस्ट को बताया भारत सरकार की प्राथमिकता

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया असम के बाद मेघालय पहुंचे. शिलांग में मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड कोंगकल संगमा ने उनका स्वागत किया.केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने इस दौरे में मीडिया से चर्चा में कहा कि "डोनर (पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास) मंत्री के रूप में यह मेरी पहली यात्रा है. हालांकि, इस क्षेत्र से मेरे बहुत पुराने और मजबूत संबंध हैं. यह मेरा संकल्प होगा कि हमारे पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए प्रधानमंत्री मोदी के विजन को यहां पर लागू कर सकें. पूर्वोत्तर के लिए पिछले 10 वर्षों में - 24,000 करोड़ रुपये से बढ़ाकर बजट को लगभग 82,000 करोड़ रुपये किया गया है. जिससे यहां पर बुनियादी ढांचे जैसे सड़क, रेल, नागरिक उड्डयन हो आदि को विकसित किया जा सके. हमारी लुक ईस्ट नीति अब एक एक्ट ईस्ट नीति है और आगे चलकर पूर्वोत्तर उस नीति की धुरी होगा.

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