सतपुड़ा टाइगर रिजर्व से आई खूबसूरत तस्वीर, बाघिन 'मछली' को 3 शावकों के साथ देखकर ठहर जाएगी नजर
ADVERTISEMENT
![सतपुड़ा टाइगर रिजर्व से आई खूबसूरत तस्वीर, बाघिन 'मछली' को 3 शावकों के साथ देखकर ठहर जाएगी नजर सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में बेहद खूबसूरत नजारा देखने को मिला है.](https://akm-img-a-in.tosshub.com/lingo/mptak/images/story/202406/66704a824c476-satpura-tiger-reserve-173857392-16x9.png?size=948:533)
Satpura Tiger Reserve : सतपुरा टाइगर रिजर्व में समय-समय पर सुंदर दृश्य देखने को मिलते रहते हैं. यहां सुंदर वन प्रजातियों से लेकर जंगली जानवरों के दीदार होते रहते हैं. नर्मदापुरम के सतपुड़ा टाइगर रिजर्व स्थित चूरना रेंज में एक बार फिर पर्यटकों को बाघिन मछली के तीनों शावकों के दीदार हुए हैं. यह दृश्य इतना मोहक था कि पर्यटक खुद को इसे कैद करने से नहीं रोक पाए. MP तक पर सबसे पहले देखें यह सुंदर फोटो...
सोमवार को पर्यटको को जंगल सफारी के दौरान बाघिन मछली के तीनों शावक गर्मी से राहत पाने के लिए जंगल में नाले किनारे आराम करते दिखाई दिए. जिसके बाद पर्यटकों ने इस खूबसूरत नजारे को अपने मोबाइल में कैद कर लिया है. सतपुडा टाइगर रिजर्व के एसडीओ विनोद वर्मा ने बताया, "छुट्टियों के चलते काफी संख्या में पर्यटक सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के चूरना परिक्षेत्र में जंगल सफारी के लिए पहुंच रहे हैं."
आराम फरमाती नजर आई मछली बाघिन
सोमवार को काफी दिनों के बाद बाघिन मछली के तीनों शावक नाले किनारे आराम करते पर्यटकों को दिखाई दिए हैं. गर्मी से राहत पाने दोनों शावक नाले किनारे पहुंचे होंगे. जंगल सफारी के दौरान पर्यटकों ने इस नजारे को अपने मोबाइल में कैद किया है. उन्होंने बताया कि बाघिन मछली के तीनों शावक करीब 10 माह के हो गए हैं.
ADVERTISEMENT
यह भी पढ़ें...
![](https://akm-img-a-in.tosshub.com/lingo/styles/medium_crop_simple/public/images/story/202406/whatsapp_image_2024-06-17_at_4.42.24_pm.jpeg)
सतपुरा में क्या है खास?
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में करीब 50 बाघ हैं. इसके अलावा तेंदुओं की संख्या 200 के आसपास है.यहां बायसन यानी गौर, नीलगाय, सांभर, चीतल, हिरण, चिंकारा, भालू और अनेक माइग्रेटेड पक्षियों को भी देखा जा सकता है. यहां पक्षियों की 300 से ज्यादा प्रजातियां हैं. यह प्रदेश का सबसे बड़ा और विस्तृत टाइगर रिजर्व हैं.
ये भी पढ़ें: DSP Santosh Patel: बचपन में तेंदूपत्ता तोड़ने वाले संतोष पटेल आज हैं DSP, कैसे बने जीरो से हीरो?
ADVERTISEMENT