बीजेपी में क्या चल रही है कोई गैंगवॉर! कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए नेताओं को कैसे मिल रही इतनी तव्वजो?

हेमेंदर शर्मा

14 Aug 2024 (अपडेटेड: Aug 14 2024 6:18 PM)

MP BJP: यूपी की तर्ज पर मध्यप्रदेश बीजेपी में भी सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. बीते कुछ समय में पार्टी और संगठन के स्तर पर कुछ ऐसी घटनाएं हुई हैं, जिसकी वजह से पार्टी के अंदर न सिर्फ अनुशासन टूटा है बल्कि कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए नेताओं को अधिक तव्वजों मिलने से मूल कैडर के नेताओं में नाराजगी देखी गई है.

follow google news

MP BJP: यूपी की तर्ज पर मध्यप्रदेश बीजेपी में भी सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. बीते कुछ समय में पार्टी और संगठन के स्तर पर कुछ ऐसी घटनाएं हुई हैं, जिसकी वजह से पार्टी के अंदर न सिर्फ अनुशासन टूटा है बल्कि कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए नेताओं को अधिक तव्वजों मिलने से मूल कैडर के नेताओं में नाराजगी देखी गई है.

यह भी पढ़ें...

मप्र के वरिष्ठ पत्रकार विनय द्विवेदी बताते हैं कि हीरेंद्र बहादुर सिंह बीजेपी के वरिष्ठ नेता हैं. वे विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर के करीबी हैं. पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के साथ हैलीकॉप्टर में चुनावी दौरे करते थे. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के साथ उनका तालमेल है. इसके बावजूद जब बीते दिनों भोपाल में बीजेपी के वरिष्ठ पदाधिकारियों की बैठक हुई तो उस बैठक में उन्होंने जब अपनी बेटी को यूनिवर्सिटी से हटाने का मामला उठाना चाहा तो वहां उनकी बहस हो गई.

बहस इतनी बढ़ गई कि उनको कार्यक्रम में वरिष्ठ नेताओं से अभद्रता करने के मामले में जेल तक भेज दिया गया. यह साफ दिखाता है कि बीजेपी संगठन में नेताओं की गैंग काम कर रही है. जो एक दूसरे को निपटाने में लगी हुई है. मोहन यादव सरकार में अफसरशाही भी बहुत हावी है, जिसकी वजह से बीजेपी के नेताओं को काम करने में दिक्कतें आ रही हैं.

कांग्रेस से आए नेताओं को बीजेपी में मिल रही लगातार तव्वजो?

वरिष्ठ पत्रकार विनय द्विवेदी बताते हैं कि कांग्रेस से आए नेताओं को बीजेपी में खासा तव्वजो मिल रही है. रामनिवास रावत को वन मंत्री बनाया तो कैबिनेट मंत्री नागर सिंह चौहान नाराज हो गए थे. अब प्रभारी मंत्रियों को जिले बांटे गए तो तुलसी सिलावट को ग्वालियर का प्रभारी मंत्री बना दिया गया, जो सिंधिया गुट के हैं और ग्वालियर में सिंधिया का दखल है. छिंदवाड़ा में बीजेपी सांसद विवेक बंटी साहू को कहना ही पड़ा कि स्वार्थ के लिए बीजेपी में आने वाले नेताओं को वे आते हुए नहीं देख सकते. कुल मिलाकर यूपी की तरह ही मध्यप्रदेश बीजेपी में भी संगठन के अंदर हालात कुछ ज्यादा बेहतर नहीं है. खबर को विस्तार से जानने के लिए वीडियो भी देखें.

ये भी पढ़ें- राज्यसभा की जिस सीट को सिंधिया ने खाली किया, वहां से बीजेपी किसे बनाएगी उम्मीदवार? जानें

    follow google newsfollow whatsapp